बागी बिगाड़ेंगे भाजपा और कांग्रेस का खेल
देहरादून। राज्य की करीब एक दर्जन सीटों पर बगावत कर चुनाव मैदान में उतरने निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा और कांग्रेस के अधिकत प्रत्याशियों का खेल का बिगाड़ेंगे।
14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव मैदान में प्रत्याशियों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो गई है। 70 विधानसभा सीटों पर 632 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। राजनीतिक दलों के अधिकृत प्रत्याशियों से अधिक चर्चा बागी प्रत्याशियों की हो रही है। वजह करीब दर्जन भर सीटों पर बागी प्रत्याशी भाजपा और कांग्रेस को खेल बिगाड़ रहे हैं।
कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ पार्टी की संध्या डालकोटी लालकुआं चुनाव मैदान में है। रुद्रपुर में भाजपा के निवर्तमान विधायक टिकट न मिलने पर बागी होकर चुनाव मैदान में हैं। यहां भाजपा मुश्किल में है।
देहरादून की धर्मपुर विधानसभा में भाजपा विधायक विनोद चमोली भी बागी बीरसिंह पंवार की चुनौती से जूझेंगे। पार्टी कई प्रयासों के बावजूद पंवार को नहीं समझा सकी।
इसी प्रकार कैंट विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा ऋषिकेश विधानसभा सीट पर राज्य आंदोलनकारी एवं भाजपा नेत्री उषा रावत पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। डोईवाला सीट पर भाजपा के बागी प्रत्याशी जितेन्द्र नेगी चुनाव मैदान में हैं।
यमुनोत्री में संजय डोभाल, रूद्रप्रयाग में पूर्व मंत्री मातवर सिंह कंडारी, रामनगर में सजय नेगी कांग्रेस के अधिकत प्रत्याशी के लिए मुश्किल खड़ी करेंगे। ऐसी तमाम सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के लिए बागी मुसीबत खड़ी कर रहे हैं।