लोक संस्कृति दिवस पर अटल उत्कृष्ट राइंका डांगचौरा में कार्यक्रम
कीर्तिनगर। अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, डांगचौरा में स्व. इंद्रमणि बडोनी की जयंती लोक संस्कृति दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर लोक संस्कृति के नाना रंगों को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया गया।
प्रसिद्ध रंगकर्मी एवम् संस्कृति कर्मी प्रो. डीआर पुरोहित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व बीईओ कीर्तिनगर डा. सुरेंद्र सिंह नेगी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। खंड शिक्षा अधिकारी कीर्तिनगर ब्लॉक डॉ सुरेन्द्र सिंह नेगी थे।
मुख्य अतिथि विख्यात रंगकर्मी एवम् संस्कृति कर्मी प्रो. डीआर पुरोहित ने कहा कि ’यदि संस्कृति बचेगी तो भाषा भी संरक्षित होगी’ पुरोहित जी ने गढ़वाली भाषा में संबोधन करते हुए कहा कि हमारी लोक संस्कृति से जुड़े कई शब्द आज हमारे लोक लोक समाज की उपेक्षा के कारण विलुप्ति के कगार पर है जो कि हमारी भाषा के संरक्षण के लिए बड़ी क्षति है।
विशिष्ट अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी डॉ एस एस नेगी जी ने अपना संबोधन कुमाऊनी भाषा में करते हुए छात्र छात्राओं को लोकभाषा एवम् लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रेरित किया एवम् उन्होंने कुमाऊनी लोकगीत की प्रस्तुति भी दी।
इस मौके पर स्कूल के छात्र छात्राओं ने लोक संस्कृति के विभिन्न रंगों को बिखेरते हुए गढ़वाली, कुमाऊनी एवम् जौनसारी लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां दीं। विद्यालय के शिक्षक/ शिक्षिकाओं शरद लिंगवाल ने कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों का स्वागत मांगलगीत की प्रस्तुति से की।
शिक्षक श्री शिशुपाल चौधरी ने सुंदर लोकगीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध किया। शिक्षक श्री दिनेश फोंदनी ने अपनी गढ़वाली कविता वैज्ञानिक अंदाज में प्रस्तुत की। विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती सुमित्रा रावत ने मनमोहक कुमाऊनी गीत प्रस्तुत कर प्रांगण के माहौल में उत्स एवम् छंद बिखेर दिया। शिक्षक शिव सिंह नेगी ने उत्तराखंड के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी के जीवन वृत्त पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए उनके सांस्कृतिक, राजनीतिक एवम् उत्तराखंड आंदोलन के लिए किए कार्यों का वर्णन किया।
कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की लगभग 50 छात्राओं ने लोकनृत्य, गायन, चित्रकला एवम् निबन्ध प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर मनमोहक प्रस्तुतियां देकर पुरस्कार प्राप्त किए। विद्यालय में लोक व्यंजन चौसा, भात, हरी सब्जी, एवम् रोटाना बनाए गए।
कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्य सी पी बंगवाल जी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक शैलेन्द्र तिवारी ने गढ़वाली भाषा में किया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक सी पी देवली, रामेंद्र पुंडीर, श्रीमती रेणु कठैत, राहुल भट्ट, लखपत कंडारी, प्रदीप जुगरान, रंजन नेगी, विनोद ममगाईं, बी एम कृथ्वान, जगदीश रावत, राम सिंह बिष्ट, राम सिंह चौहान, श्रीमती सोनम लिंगवाल, श्रीमती लक्ष्मी देवी , धर्म सिंह नेगी, सुरतू मिस्त्री, मनोज रावत, सुमित सेमवाल, वीरेंद्र फोंदनी आदि सभी लोगों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।