हरियाली के मोर्चे पर जीव विज्ञानी प्रो. मधु थपलियाल
गांव की बंजर भूमि पर बांज-बुरांश का रोपण किया शुरू
तीर्थ चेतना न्यूज
उत्तरकाशी। जीव विज्ञान प्रो. मधु थपलियाल गांव की बंजर भूमि को हरियाली में तब्दील करने के काम में जुट गई है। इसके लिए गांव के लोगों के बीच इन दिनों काम कर रही है।
इन दिनों स्कूल/कॉलेजों में ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है। इन अवकाशों का लाभ उठाते हुए प्रकृति संरक्षिका एवं गवर्नमेंट कॉलेज में जंतु विज्ञान की प्रोफेसर मधु थपलियाल अपने जुनून के साथ गांव का रूख किया।
यहां वो गांव की बंजर भूमि पर बांज, बुरांश और देवदार के पौधे रोप रही रही है। इसके लिए लोगों को प्रेरित कर रही है। इसका असर भी दिखने लगा है। तेजी से छीज रही आदर्श पर्यावरणीय स्थिति को देख लोग साथ आ रहे हैं।
प्रो. मधु इसे सामाजिक आंदोलन का रूप देना चाहती है। ताकि लोग प्रकृति को हरा भरा बनाने के लिए स्वयं आगे आएं। रविवार को भेटियारा गांव गढ धौंतरी में आज पूर्व प्रधान राजू दास की पुत्री के विवाह कार्यक्रम के दौरान दूल्हा-दुल्हन से बंजर जमीन पर पौधा रोपण कराया।
प्रो. मधु थपलियाल ने बारात में आऐ सभी अतिथियों को उनके गांव में बंजर पड़ी जमीनों को हरा-भरा करने का संकल्प लेने के लिए बांज और देवदार का पौध-रोपण दूल्हा दुल्हन के हाथों से करवाया।
इस मौके पर प्रो. थपलियाल ने कहा कि अगर हम अपने गांव के जल स्रोतों को जिंदा रखना चाहते हैं तो हमें वहां की जलवायु के अनुसार वृक्षारोपण करना होगा।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जरूरी है कि जहां बांज और बुरांस के पेड कम होते जा रहे हैं, वहां उनका वृक्षारोपण किया जाए। इसी उद्देश्य व मिशन के साथ उन्होंने दूल्हा दुल्हन के हाथों से बांज व देवदार के पोधे लगाए. गांव में बंजर पडे खेतों की जमीनों पर भी वे इसी तरीके का वृक्षारोपण आजकल कर रही हैं।