भाजपा के लिए संजीवनी साबित हो सकेगा पीएम मोदी का दौरा ?
सुदीप पंचभैया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के लिए संजीवनी से कम नहीं है। कम से कम भाजपा कार्यकर्ता ऐसा ही कुछ मानते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में की तैयारियों में जुटी पार्टी के लिए ये उत्प्रेरक साबित होगा। देखने वाली बात ये होगी इस उत्प्रेरक का उपयोग राज्य का भाजपा संगठन किस तरीके से करता है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि उत्तराखंड की प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार जनता की उम्मीदां पर दूर-दूर तक खरी नहीं उतर सकी। उत्तराखंड प्रचंड बहुमत पाना भाजपा के लिए और प्रचंड बहुमत देना जनता के लिए कनक-कनक साबित हुआ।
पांच साल में तीन-तीन मुख्यमंत्री बनाना इस बात का प्रमाण है। एक के बाद एक मुख्यमंत्री बदलने को लेकर भी जनता में खासी नाराजगी है। यही वजह है कि संगठन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी प्रचंड बहुमत की राज्य सरकार को लेकर जनता में नकारात्मक भाव बना हुआ है।
भाजपा कुछ भी दावे कर ले सच ये है कि प्रचंड बहुमत की सरकार को लोगों को अच्छे से कनेक्ट नहीं कर पाई। सरकार तक पहुंचना और बात पहुंचाना लोगों के लिए खासा मुश्किल साबित हुआ। लोगों की जुबान में सिर्फ यही बात है कि राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया।
अधिकांश विधायकां को लेकर जनता में खासी नाराजगी है। इस बात को भाजपा हाईकमान अच्छे से समझ चुका है। पार्टी के पास एक-एक विधायक और मंत्रियों को परफारमेंस का फीडबैक है। इसी फीडबैक के आधार पर डेढ-दो दर्जन सिटिंग विधायकों के टिकट कटने की बात चर्चा में रहती है। तमाम सिटिंग विधायकों की ओर इशारे भी होते रहे हैं।
इस माहौल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देहरादून दौरा भाजपा के लिए संजीवनी बन गया है। रैली में शामिल हुए तमाम आम लोगों से बातचीत करने से ऐसा महसूस भी हुआ। हालांकि ये कहना जल्दबाजी है कि लोग सरकार के पांच साल के कामकाज को भूल गए हैं।
बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून के परेड ग्राउंड में विशुद्ध रूप से चुनावी बिगुल फूंक दिया। फिर से डबल इंजन सरकार की बात को उछाला। पिछले पांच साल में डबल इंजन से उत्तराखंड को हुए लाभों को एक-एक कर गिनाया। विपक्षी दलों पर ये कहते हुए निशाने साधे कि उनके सरकार में रहते हुए उत्तराखंड बरबाद हुआ। घालमेल और भ्रष्टाचार हुआ।
ठेठ गढ़वाली में संबोधन को शुरू करते हुए उन्होंने भावनात्मक तौर पर लोगों से जुड़ने का प्रयास किया। राज्य को चुनावी साल में करोड़ों की सौगात दी। बदरी-केदार के विकास के प्रति कटिबद्धता दिखाई।
कुल मिलाकर राज्य के भाजपाइयों के चेहरे मोदी के दौरे से खिले हुए हैं। जनता के बीच एक दौरे के रिएक्शन जानने के प्रयास हो रहे हैं। उत्तराखंड का भाजपा संगठन ये महसूस कर रहा है कि ये दौरा उत्प्रेरक का काम करेगा। चुनाव तिथियों की घोषणा के बाद एक-दो ऐसी रैली होने पर मोदी संजीवनी से राज्य में पार्टी का बेड़ा चुनाव की वैतरणी को पार कर जाएगा।