परमहंस स्वामी ओंकारानंद सरस्वती जयंती महोत्सव शुरू
सुंदरकांड से शुरू हुआ आयोजन का क्रम, संत महात्मा कर रहे शिरकत
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। परमहंस स्वामी ओंकारानन्द सरस्वती की जयन्ती महोत्सव शुरू हो गया। महोत्सव 31 दिसंबर तक चलेगा। सुंदरकांड से शुरू हुए महोत्सव में तमाम संत महात्मा शिरकत कर रहे हैं।
25 दिसंबर से परमहंस स्वामी ओंकारानन्द सरस्वती की जयन्ती महोत्सव शुरू हो गया। नवनिर्मित ओडिटोरियम ओंकारानन्द सरस्वती नाट्यकला अकादमी में मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में ओंकारानन्द कामाक्षी देवी मन्दिर के पंडितो ने सुन्दर कांड के पाठ का मधुर गायन किया।
सांस्कृतिक एवं संगीत कार्यक्रमों का शुभारम्भ आश्रम के प्रमुख स्वामी विश्वेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज, आश्रम की महासचिव कुमारी सोमाशेखरी एवं कार्तिकेय आश्रम के प्रमुख स्वामी सुंदरानन्द सरस्वती जी व दिल्ली के महा मण्डलेश्वर श्री 1008 स्वामी विष्णु चैतन्य तीर्थजी महाराज के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया गया।
गायत्री वेद विद्यालय के शिक्षार्थीयों ने वैदिक मंत्रों का सस्वर पाठ किया। कार्यक्रम में अन्य आश्रमों से आये सन्तजनों एवं वरिष्ठ नागरिक संगठन के पदाधिकारियों ने गुरूदेव स्वामी ओंमकारानन्द सरस्वती एवं उनके शिष्य महन्त स्वामी विश्वेश्वरानन्द सरस्वती द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गये अभूतपूर्व योगदान के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की और स्वामी जी को शाल एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अन्त में आश्रम के प्रमुख महन्त स्वामी विश्वेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने सभी उपस्थित सन्तजन, शिक्षाविद, कलाकारों और सहयोगियों को पुरष्कृत किया और धन्यवाद दिया। समारोह में उपस्थित समस्त जनों को ओंकारानन्द महोत्सव में आने के लिए आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर ओएसएन स्कूल के प्रबंधक, शिक्षाविद, भूतपूर्व प्रधानाचार्य आई डी जोशी जी ने परमहंस स्वामी ओंकारानन्द सरस्वती की जयन्ती महोत्सव की सभी को बधाई एवं धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि परमहंस स्वामी ओंकारानन्द सरस्वती के सपनों को स्वामी विश्वेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज ने पूर्ण किया एवं शहर में शिक्षा प्राप्त करने के लिए विभिन्न माध्यमिक विद्यालय एवं उच्च-तकनीकी संस्थानों को स्थापित किया और कहा कि स्वामी विश्वेश्वरानन्द सरस्वती महाराज का इस अमूल्य योगदान को पूरा उत्तराखण्ड प्रदेश इसकी सराहना करता है।
कार्यक्रम का समापन परमहंस स्वामी ओंकारानन्द सरस्वती की आरती एवं पुष्पांजली के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन स्वामी सच्चिदानन्द महाराज, डॉ अनुपम वैद, प्रमोद उनियाल, डॉ अपूर्व त्रिवेदी, पं॰ सुरेश जोशी, पं॰ संजय आदि मौजूद रहे।