मेयर अनिता ममगाईं ने साबित किया महिलाएं किसी से कम नहीं
ऋषिकेश। महिला जनप्रतिनिधि समाज और क्षेत्र की बेहतरी के मोर्चे पर अव्वल साबित हो रही हैं। तीर्थनगरी ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं ने इसे साबित करके दिखाया। राजनीतिक चातुर्य और प्रशासनिक क्षमता का लोहा दिग्गज नेता भी मानने लगे हैं।
श्रीमती अनिता ममगाईं ने जीवन के मंत्र वी शेल ओवरकम को वास्तव में धरातल पर उतारा। तीर्थनगरी ऋषिकेश की प्रथम मेयर बनने के बाद उन्होंने मन, वचन और कर्म से इसे करके दिखाया। शहर की बेहतरी के मुददे को वो केंद्र तक ले गई और तमाम योजनाएं लाने में सफल रही।
कूड़ा निस्तारण की वर्षों से चली आ रही समस्या के निदान की दिशा में मेयर ने बड़ा काम किया। अच्छी बात ये है कि हर उपलब्धि को उन्होंने जनता के साथ साझा किया। मै ही मै के भाव से दूर और आम जन के लिए 24 घंटे सुलभ रही। यही वजह है कि निगम के बाहर उन्हें राजनीतिक तौर पर घेरने की कोशिशें हर बार औंधे मुंह गिरी।
शहर को स्वच्छता के मोर्चे पर बेहतर स्थिति में लाने के लिए वो स्वयं सड़कों पर उतरी और लोगों से सहयोग लिया। दलीय राजनीति की प्रतिबद्धता से इत्तर शहर के विकास के लिए वो सबका साथ लेने में पूरी तरह से सफल रही। तमाम स्तर से सहयोग न मिलने के बावजूद उन्होंने ऋषिकेश नगर निगम को बेचारगी के खोल या याचक नहीं बनने दिया।
यही नहीं मेयर अनिता ममगाईं ने प्रशासनिक क्षमता का भी लोह मनवाया। निगम की राजनीति को सही से हैंडिल करने में पूरी तरह से सफल रही। प्रशासन पर उनकी पकड़ देखते ही बनती है। राज्य स्तरीय बैठकों में तीर्थनगरी ऋषिकेश का पक्ष तथ्यों के साथ मजबूती से रखने का लोहा तो बड़े नेता भी मानते हैं।