डोईवाला में भाजपा ने स्थानीय पर नहीं किया भरोसा, उतरा पैराशूट प्रत्याशी

डोईवाला। भाजपा को डोईवाला विधानसभा के लिए कोई स्थानीय नेता नहीं मिला। पार्टी ने यहां पैराशूट प्रत्याशी के रूप में महिला मोर्चो की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत को चुनाव मैदान में उतारा। पार्टी के इस निर्णय से स्थानीय कार्यकर्ता भौचक्के हैं। इसको लेकर नाराजगी भी खूब देखी जा रही है।
देवतुल्य, देवतुल्य कार्यकर्ता बोल बोलकर लोगों को काम पर लगा देने वाली भाजपा विधायकी का टिकट देने के मामले में कई मौकों पर हद दर्जे की मनमानी करती है। ये बात अब देवतुल्य कार्यकर्ता समझने लगे हैं। डोईवाला विधानसभा सीट पर तो ऐसा ही कुछ हुआ।
ंडोईवाला सीट पर कांग्रेस ने अंतिम क्षण में अपना प्रत्याशी बदल डाला। कांग्रेस ने यहां स्थानीय तौर पर सक्रिय नेता को चुनाव मैदान में उतारा। इसका असर भी साफ-साफ दिख रहा है। जबकि भाजपा ने महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत को प्रत्याशी घोषित किया। पार्टी के इस निर्णय से डोईवाला का एक-एक भाजपाई हतप्रभ है। इसको लेकर जितने मुंह उतनी बातें भी हो रही हैं।
दीप्ति रावत पहला चुनाव बीरोखाल से लड़ चुकी है। तब उन्हें हार कर सामना करना पड़ा था। उनके टिकट पर तब भी भाजपाईयों ने आश्चर्य व्यक्त किया था। इसके बाद दीप्ति रावत ने कभी भी उत्तराखंड में धरातलीय राजनीतिक नहीं की। हां, वो संगठन में सक्रिय रही और त्रिवेंद्र सरकार में उन्हें दर्जाधारी बनाया गया था।
बहरहाल, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि भाजपा यहां किसी युवा चेहरे पर दांव लगाएगी। मगर, पार्टी ने किसी स्थानीय भाजपाई पर भरोसा करना ठीक नहीं समझा।