ज्योग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालय का वार्षिक कैलेंडर तैयार
प्रो. रावत को सोसाइट फैलो से सम्मानित किया गया
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। उत्तराखंड राज्य के भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक पहलुओं पर अध्ययन समेत इससे जुड़े जमाम अवयवों के अध्ययन को प्रमोट करने के उददेश्य से गठित ज्योग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालय ने वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है।
उत्तराखंड के भूगोलवेत्ताओं की संस्था ज्योग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालय की मंगलवार को हुई बैठक में संस्था के गठन से लेकर अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में वक्ताओं ने दोहराया कि इसका उद्देश्य उत्तराखंड के भौगोलिक ,सामाजिक,आर्थिक एवं सांस्कृतिक पहलुओं पर विस्तार पूर्वक अध्ययन करना तथा भूगोल विषय के पाठ्यक्रम सामग्री को आधुनिक अध्ययन हेतु पाठ्यक्रम में शामिल करना है।
सोसाइटी का गठन उत्तराखंड राज्य के भूगोल छात्रों , शिक्षक एवं शोध छात्रों के मार्गदर्शन हेतु गठित की गई है। इस मौके पर वर्ष भर प्रस्तावित कार्यों हेतु एक वार्षिक कैलेंडर तैयार किया गया। इसके अंतर्गत प्रो. अनिता रुडोला उत्तराखण्ड के सामान्य ज्ञान पर एक ऑनलाइन टेस्ट आयोजित करेंगी।
डॉ. प्रेम लाल टम्टा शिक्षण सामग्री तैयार करेंगे, डॉ. कमल बिष्ट सोसाइटी हेतु संसाधन जुटाने का कार्य करेंगे। डॉ. किरन त्रिपाठी व डॉ. मंजू भंडारी राज्य के कृषि उत्पादन में अग्रणी क्षेत्रों का सर्वेक्षण करेंगी तथा डॉ. राजेश भट्ट राज्य में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने हेतु संबंधित सर्वेक्षण करेंगे।
तय किया गया कि राज्य के किसी गांव को गोद लिया जाएगा तथा उसकी भौगोलिक संरचना,आर्थिक स्थिति, जनसंख्या तथा संबंधित तथ्यों व समस्याओं का अध्ययन व विश्लेषण किया जाएगा।
सोसाइटी के संरक्षक प्रो. कमलेश कुमार जी ने निर्देश दिया कि राज्य के उन गांवों की आर्थिक व भौगोलिक स्थिति का अध्ययन किया जाय जहां जनसंख्या- पलायन की स्थिति गंभीर रूप ले चुकी है। यह भी निश्चय किया गया कि सोसाइटी के विस्तार हेतु राज्य के प्रतिष्ठित भूगोलवेत्ताओं व पर्यावरणविदों को सोसाइटी से जोड़ने का प्रयास किया जाय।
बैठक के सम्पन्न होने से पूर्व सोसाइटी की आजीवन सदस्यता ग्रहण करने पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर से भूगोल के विभागाध्यक्ष पद से अवकाश प्राप्त प्रो. जे. एस. रावत विभागाध्यक्ष भूगोल, अल्मोड़ा को सोसाइटी के फैलो से सम्मानित किया गया।