भाजपा के चार पूर्व मुख्यमंत्री बनाम कांग्रेस का एक
ऋषिकेश। 21 वर्षीय उत्तराखंड राज्य में पूर्व मुख्यमंत्रियों की भरमार है। इसका श्रेय भाजपा को जाता है। बहरहाल, 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का एक मात्र पूर्व मुख्यमंत्री खासे सक्रिय दिख रहे हैं। जबकि ऐसा भाजपा में दूर-दूर तक नहीं दिख रहा है।
भाजपा ने 2017-21 के बीच दो नेताओं को पूर्व मुख्यमंत्री बना दिया। कांग्रेस में पूर्व रहे विजय बहुगुणा भी अब भाजपा के हैं। हरिद्वार के सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक भी मुख्यमंत्री रहे हैं। पूर्व सीएम जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।
भगत सिंह कोश्यारी संवैधानिक पद पर हैं। इस तरह से भाजपा के पास फिलहाल चार पूर्व मुख्यमंत्री डा. निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत 2022 के चुनाव के लिए उपलब्ध हैं। भाजपा के इन चार मुख्यमंत्रियों की पार्टी के भीतर मौजूदा सक्रियता किसी से छिपी नहीं है। पार्टी उन्हें किस मोर्चे पर लगाएगी अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है।
कम से कम चारों मुख्यमंत्री किसी भी स्तर पर लीड रोल में नहीं दिख रहे हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस के एक मात्र पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत खासे सक्रिय हैं। कहा जा सकता है कि कांग्रेस की विधानसभा चुनाव की तैयारियां उन्हीं के इर्दगिर्द दिख रही हैं। वो हर स्तर पर लीड करते दिख रहे हैं। जनता में भी यही संदेश है। कांग्रेस को इसका लाभ होते हुए भी दिख रहा है।
इस तरह से कहा जा सकता है कि 2022 को चुनाव भाजपा के चार पूर्व मुख्यमंत्री बनाम कांग्रेस का एकमात्र पूर्व मुख्यमंत्री पर भी जनता का फोकस है।