दौड़ मुख्यमंत्री पद की और लक्ष्य मंत्री पद पर

देहरादून। हाईकमान की नाराजगी के बाद उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद की दौड़ फिलहाल थम गई है। इस पद की दौड़ के फोटो फिनिशिंग बताते हैं कि अधिकांश का लक्ष्य कैबिनेट में स्थान पाने का है।
भाजपा हाईकमान उत्तराखंड में नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर चुका है। अब होली का रंग भी उतर चुका है। ऐसे में शुक्रवार/शनिवार तक चेहरा भी सामने आ जाएगा। बताते हैं कि पार्टी संगठन से जुड़े लोगों को इसकी जानकारी भी हो चुकी है।
बावजूद इसके कुछ राजनीतिक योद्धा अभी भी अंदरखाने प्रयास कर रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान भी चल रहा है। बहरहाल, मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही दौड़ पर भाजपा हाईकमान नाराजगी भी व्यक्त कर चुका है। यही वजह है कि दौड़ फिलहाल थम गई है।
दरअसल, वोट सिर्फ और सिर्फ मोदी के नाम पर मिला है। उत्तराखंड का एक-एक भाजपा विधायक जानता और समझता है कि मुख्यमंत्री पद की दौड़ का कोई मतलब नहीं है। यही वजह है कि किसी ने स्वयं को दौड़ में बताने की बात नहीं स्वीकारी।
हां, उत्तराखंड के वरिष्ठ विधायकों को चुनाव जीतने के बाद ये डर सता रहा है कि कहीं युवाओं को प्रमोट करने के चक्कर में उन्हें कैबिनेट से ड्राप न किया जाए। मुख्यमंत्री पद की कथित दौड़ वास्तव में कैबिनेट में स्थान पाने की दौड़ है।
संकेत इस तरह के मिल रहे हैं कि नई कैबिनेट में तीन-चार युवा चेहरे होंगे। महिलाओं की संख्या दो हो सकती है। ऐसा हुआ तो पिछले सरकार में मंत्री रहे तीन-चार वरिष्ठ विधायकों के हाथ निराशा लग सकती है। भाजपा के अंदर से कुछ नाम तो सामने भी आने लगे हैं।