भाजपाः यमकेश्वर में किस डर से काटा और कोटद्वार में क्या देखकर दिया

कोटद्वार। भारतीय जनता पार्टी के यमकेश्वर और कोटद्वार के कार्यकर्ताओं को एक पहेली सुलझाने में वर्षों लगेंगे। पहले है यमकेश्वर में किस डर से काटा और कोटद्वार में किस खुशी में दिया।
भाजपा ने डंके की चोट पर यमकेश्वर की सिटिंग विधायक ऋतु खंडूड़ी का टिकट काटा। डर उनके चुनाव हारने का था। क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के निर्णय पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। हां, बड़े स्तर से सवाल उठे। कई प्रकार के तर्क भी दिए गए।
इन तर्कों के बाद भाजपा ने गलती मान ली। मगर, ऋतु खंडूड़ी का यमकेश्वर से कटे कत्ते को पार्टी जोड़ने को तैयार नहीं हुई। हां, पार्टी ने उन्हें कोटद्वार से टिकट दे दिया। कोटद्वार का रण भाजपा के लिए महेशा कठिन रहा है।
अब लोग और खासकर भाजपा के कार्यकर्ता समझ नहीं पा रहे हैं कि ये पार्टी की ये कौन सी स्ट्रेटजी है। यही वजह है कि ये पहले बन गया है। पहली ये कि यमकेश्वर में किस डर से काटा और कोटद्वार में क्या देखकर दिया। इस पहले की जवाब सही कभी नहीं हो सकता। वजह भाजपा शायद ही इसे नजीर बनने दे।