उत्तराखंड में राजनीतिक रैलियों और अन्य आयोजनों पर रोक
देहरादून। बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते शासन ने राज्य में राजनीतिक रैलियों से लेकर तमाम अन्य बड़े आयोजनों पर रोक लगा दी है। शादी-विवाह के आयोजन भी 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ ही कराए जा सकेंगे।
देश भर में कारोना की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। चुनावी जलसों से संक्रमण के और तेज होने की आशंका है। आम लोग इसको लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंच चुका है।
इस बीच, शुक्रवार देर शाम राज्य शासन ने राजनीतिक रैलियों, मनोरंजन, सार्वजनिक समारोह पर 16 जनवरी तक प्रभावी रोक लगा दी है। 12 वीं तक स्कूल/कॉलेजों को भी बंद रखा जाएगा। शादी-विवाह के आयोजना 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही हो सकेंगे।
बाहर से राज्य में आने वाले लोगों के लिए 72 घंटू पूर्व की आरटीपीसीआर की नेगिटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंस समेत कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है।
जागरूक लोग इसे अच्छे से फॉलो कर रहे हैं। पर्यटकों की आमद कम होने लगी है। प्रशासन ने हॉस्पिटलों को अलर्ट कर दिया है। टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर फोकस किया जा रहा है। उम्मीद है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की इस एक्सरसाइज के जल्द परिणाम देखने को मिलेगा।