श्रीराम ध्वज के साथ शोभा यात्रा के शामिल हुए प्रथम मेयर अनिता ममगाईं
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर में विराजमान होने के उपलक्ष्य में तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी कार्यक्रमों की धूम रही। मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं ने श्रीराम ध्वज के साथ शोभा यात्रा समेत अन्य कार्यक्रमों में शिरकत की।
ऋषिकेश की प्रथम मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं ने सोमवार सुबह घर में पूजा कर श्री राम ध्वज के साथ शहर में कार्यक्रम में रवाना हुई। सबसे पहले घर पर पूजा अर्चना कर प्रभु श्री राम का उन्होने आशीर्वाद लिया उसके बाद श्री राम ध्वज के साथ और गाजे बाजे के साथ शहर में कार्यक्रमों में शिरकत की।
इसकी शुरूआत उन्होंने गीता भवन में आयोजित कार्यक्रम से की। इसके बाद गणेश मंदिर वार्ड संख्या आठ, पुष्कर मंदिर रोड पर,क्षेत्र रोड पर ब्यापारियों के कार्यक्रम में प्रतिभाग किया प्रभु श्री राम आशीर्वाद लिया और प्रसाद ग्रहण किया।
इसके बाद लक्षमण झूला रोड पर कार्यक्रम में सहभाग राम भक्तों के साथ शामिल हुई फिर बालाजी बगीचा के पास आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई।
मालवीय नगर वार्ड नंबर 10 में हनुमान कथा में शामिल हुई. कथा का श्रवण किया. फिर सोमेश्वर मंदिर में प्रसाद ग्रहण किया और सोमेश्वर महादेव के दर्शन किये।
वहां से शिवाजी नगर पहुँचीं वहां पर राम भक्तों को प्रसाद वितरण किया. फिर भरत विहार में कार्यक्रम में शिरकत की. उसके बाद गोपाल मंदिर पहुंची और आशीर्वाद लिया। आंखिर में त्रिवेणी घाट पर पर दीप दान में शिरकत की।
इस मौके पर उन्होंने कहा जल्द रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगी। कहा कि आज का दिन पूरे देश के लिए खास है।
इस दौरान नि. महापौर अनिता ममगाईं ने कहा,प्रभु श्री राम हर दिल में बसते हैं. प्रभु श्री राम लला आज अयोध्या में मंदिर में विराजे हैं. हम सबको 500 वर्षों से इन्तजार था. इस दौरान कई बलिदान दिए, वर्षों इन्तजार के बाद यह दिन देखने का हमें सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूजा कर आज प्राण प्रतिष्ठा में भाग ले कर करोड़ों राम भक्तों को एक यादगार दिन दिया है। देश हमेशा इसको याद रखेगा. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जगह जगह श्री राम के झंडों के साथ अपनी उपस्थित दर्ज की. यह प्रभु राम की ही सेवा है जो आज सब को यह दिन देखने को मिल रहा है। इसको हम अपना सौभाग्य मानते हैं.। तीर्थ नगरी में हर जगह आज ऐसा लग रहा था राम मय हो रखा है।