नई टिहरी। एक मार्च से शुरू होने वाले अंतर्राष् ट्रीय योग महोत्सव का प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व संध्या पर शुभारंभ किया।
गुरूवार देर शाम टिहरी जिले के मुनिकीरेती में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा 21 शंखों के शंखनाद एवं वेदमंत्रो के उच्चारण के बीच द्वीप प्रज्जवलित कर उद्वघाटन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे योग साधकों को बधाई दी। कहा कि सुख-शान्ति का एक मात्र साधन योग हैं। जल से हम शरीर का मैल धो सकते है, कपड़ो का मैल धो सकते हैं। चित की मलिनता को धोने की सामर्थ्य मात्र योग में हैं।
उन्होने कहा कि योग का अर्थ जोड़ना हैं योग आत्मा को परमात्मा से जोड़ता हैं। सुख-शान्ति पाने का एक मात्र साधन योग हैं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने करो योग रहो निरोग का सन्देश देते हुये लोगो को योग अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष योग महोत्सव के लिए अधिक रजिस्ट्रेशन प्रसन्नता जाहिर की।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यटन विभाग योग एवं अध्यात्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा गंगा आरती की गई। वहीं योगी सिद्वार्थ कृष्णा द्वारा योग सूत्र का पाठ किया गया। गायक कैलाश खेर द्वारा भजन की प्रस्तुति दी गयी।
इस अवसर पर गढवाल मण्डल विकास निगम के अध्यक्ष महावीर रांगड, ऋषिकेश के मेयर अनिता ममगाई, अध्यक्ष नगर पालिका मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, एमडी गढवाल मण्डल विकास निगम ज्योति नीरज खैरवाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढवाल योगेन्द्र सिंह रावत आदि उपस्थित थे।