शिक्षा विभाग ने किया शिक्षक/अधिकारियों को खबरदार, सीधे निदेशालय और शासन में दस्तक न दें
देहरादून। शिक्षा विभाग ने शिक्षक/कर्मचारियों और अधिकारियों को खबरदार किया है कि ब्लॉक/जिला और मंडल स्तर पर निस्तारित हो सकने वाले प्रकरणों को लेकर निदेशालय और शासन में न आएं।
स्कूली शिक्षा के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने इस संबंध में कड़े निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि अक्सर देखा जा रहा है कि ब्लॉक, जिला और मंडल स्तर पर निस्तारित हो सकने वाले प्रकरणों को लेकर शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मी और अधिकारी सीधे निदेशालय और शासन में व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर रहे हैं।
पत्र में स्पष्ट किया गया है कि ब्लॉक/जनपद और मंडल स्तर पर निस्तारित हो सकने वाले मामलों को उच्च स्तर के लिए अग्रसारित न किया जाए। यदि किसी शिक्षक/कार्मिक को अपने प्रकरण को उच्च स्तर पर रखना हो तो इसके लिए औचित्यपूर्ण और तथ्यपरक प्रत्यावेदन नियंत्रक अधिकारी से अनुमति के साथ प्रस्तुत कर सकेगा। इसकी प्रति संबंधित अधिकारी को कम से कम एक दिन पूर्व प्रेषित करनी होगी।
इसके साथ ही डीजी स्कूली शिक्षा तिवारी ने चार स्तर का शिकायत निवारण प्रकोष्ठ गठित कर दिया। प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को प्रकोष्ठ प्राप्त शिकायतों पर गौर करेंगे। इसमें ब्लॉक स्तर पर बीईओ/डिप्टी ईओ/मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और लेखा सहायक होंगे।
जनपद स्तर पर सीईओ/डीईओ माध्यमिक/डीईओ बेसिक/वित्त अधिकारी/मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/ लेखा संवर्ग का अधिकारी। मंडल स्तर पर एडी माध्यमिक/ एडी बेसिक/ वित्त अधिकारी/ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी। राज्य स्तर पर शिक्षा निदेशक माध्यमिक/ शिक्षा निदेशक प्रारंभिक/ वित्त नियंत्रक और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी।