केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी परमार्थ निकेतन में, गंगा आरती में हुए शामिल

तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी सपरिवारपरमार्थ निकेतन की गंगा आरती में शिरकत की। उन्होंने देश और मानव कल्याण के लिए परमार्थ निकेतन के स्तर से हो रहे प्रयासों की सराहना की।
इन दिनों केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के दिग्गज नेता गडकरी उत्तराखंड के दौरे पर हैं। रविवार को वो परिवार सहित परमार्थ निकेतन पहुंचे। यहां ऋषिकुमारों ने उनका वेद मंत्रों के साथ स्वागत किया। उन्होंने परमार्थ के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।
इस दौरान दोनों के बीच देश के विभिन्न मुददों पर चर्चा हुई। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि देश में तेजी से बनते राष्ट्रीय राजमार्ग, एक्सप्रेस वे, हर गांव और शहर की राजमार्ग से बढ़ती कनेक्टिविटी के लिये माननीय गड़करी जी का अभिनन्दन करते हुये कहा कि सड़कों की दृष्टि से वास्तव में भारत की पूरी तस्वीर बदल रही है।
बेहतर होती सड़के और बढ़ती कनेक्टिविटी से व्यापार में वृद्धि होगी तथा गांवों के लोगों की पहंुच शहरों तक होगी। लोकल उत्पादों को बाजार मिलेगा तथा रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
कहा कि भारत में प्रमुख राजमार्गों को उच्च स्तर पर उन्नत, पुनःव्यवस्थित और चोडा करने से देश में आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी और देशवासियों का जीवन स्तर भी समुन्नत होगा। साथ ही गढढा मुक्त सड़के होने से दुर्घटनों में भी कमी आयेगी। स्वामी जी ने माननीय मंत्री जी से हरित, हरियाली युक्त राजमार्ग, गलियारों का निर्माण प्रतिबद्धता से करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि राजमार्गों के दोनों किनारों पर पेड़ होगे तो ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम होगा, वायु प्रदूषण में कमी आयेगी तथा धूल के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।
स्वामी ने माननीय केन्द्रीय मंत्री गड़करी को परमार्थ निकेतन द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के विषय में जानकारी देते हुये कहा कि आज से 35 वर्ष पूर्व 18 से 20 प्रतिभागियों के साथ योग की इस वैश्विक यात्रा की शुरूआत की थी और वर्तमान में 100 से भी अधिक देशों से हजारों प्रतिभागी सहभाग करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से योग को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने का अद्भुत कार्य किया है।
स्वामी जी ने भारत सरकार का अभिनन्दन करते हुये कहा कि भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी और अध्यक्षता कर रहा है जो प्रत्येक भारतीय के लिये गर्व का विषय है। प्राचीन काल से ही हमारी परम्परा तो अतिथि देवो भव की रही है ऐसे में वैश्विक स्तर पर समावेशी, न्यायसंगत, सतत विकास के साथ पर्यावरण के लिये जीवन शैली अपनाने पर शिखर सम्मेलन पर जोर देना वास्तव में गौरव का विषय है।
नितिन गड़करी ने कहा कि परमार्थ निकेतन आश्रम न केवल अध्यात्म और योग का केन्द्र है बल्कि यहां से स्वामी प्रतिदिन राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रगान, पर्यावरण और जल संरक्षण का संदेश देते हैं, जो वास्तव में अनुकरणीय है। यह वास्तव में आध्यात्मिक ऊर्जा का पावर हाउस है। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु शुभकामनायें दी।
स्वामी जी ने गड़करी परिवार, नितिन गडकरी जी, धर्मपत्नी श्रीमती कंचन गडकरी, पुत्र व पुत्रवधू निखिल गडकरी-रूतुजा पाठक और सारंग गडकरी-मधुरा रोड़ी सभी का परमार्थ गंगा आरती में रूद्राक्ष की माला और रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर अभिनन्दन किया।