गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज त्यूनी में जैविक खेती द्वारा आत्मनिर्भरिता पर संगोष्ठी
तीर्थ चेतना न्यूज
त्यूनी। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, त्यूनी में जी 20 सम्मेलन के जागरुता कार्यक्रमों के क्रम में एजेण्डा ‘जैविक खेती द्वारा आत्मनिर्भरता से सम्बंधित‘ एव जौनसार बावर के इतिहास‘‘ पर ए क संगोष्ठी आयोजित की गई।
गुरूवार को कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी में श्रीचंद शर्मा ने छात्र/छात्राओं को जौनसार बावर के इतिहास की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि जौनसार बावर क्षेत्र पहाड़ी प्राकृतिक सम्पदा, सुदूर बीहड़, प्राचीन संस्कृति एवं भौगोलिक सम्पदा का भण्डार है।
उन्होंने कहा कि जब से यमुना (जमना) नदी इस धरती पर अवतरित हुई तब से ही जौनसार-ंउचयबावर का का उदगम हुआ है। वनों तथा बागवानियों का भरपूर योगदान है। उन्होंने ने विस्तार से बताया कि पूरातन समय में जौनसार बावर कितना समृद्ध था, और पांडव ने अज्ञातवास में यहां शरण ली थी।
इससे कुछ परिवर्तन आए। अब यह पुनः अपने गौरव की दि-रु39याा में तेजी से गतिमान है, अपनी भा-ुनवजयाा संस्कृति के प्रति सम्मान का भाव रखना सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है।
उन्होंने रोजगार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी को सरकारी नौकरी कैसे मिल सकती है, अतः उपलब्ध साधनों में रोजगार सृजन करना उसका विकल्प है।
जौनसार के सजग विद्वान भारत सिंह चौहान ने अपने वक्तव्य में छात्र छात्राओं को आत्मविश्वास और निर्भीक होकर अपनी बात रखने के लिए कहा, यदि एक एक विद्यार्थी ऐसा करेगा तो निश्चित जौनसार बावर की प्रगति होगी और उसका पिछड़ापन दूर होगा।
उन्होंने इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी के प्रथम आने के परिश्रम लग्न के अनुभव भी साझा किये। साहिया डिग्री कॉलेज के चेयरमैन डा अनिल तोमर ने क्षेत्र में उच्च शिक्षा के बारे में बताया। उन्होंने पलायन पर चिंता व्यक्त की।
प्राचार्य डॉ0 अंजना श्रीवास्तव जी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्राचार्य ने कहा कि जौनसार ंबावर की समृद्ध संस्कृति की सराहना की। कहा कि छात्र-ंउचयछात्राओं को स्वरोजगार पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन खुषी राम शर्मा ने किया। कार्यक्रम में डॉ0 मीनाक्षी कश्यप, संदीप तोेमर, सुरेश चौहान, सुनील शर्मा, रमेश चौहान आदि उपस्थित थे।