टीवी चैनल कर रहे राज्य के क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की उपेक्षा
देहरादून। कथित राष्ट्रीय न्यूज चैनल उत्तराखंड के क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की उपेक्षा कर रहे हैं। परिणाम राज्य के असल मुददे कार्यक्रमों से नदारद है। इस पर राज्य के लोग सवाल खड़े करने लगे हैं।
उत्तराखंड में दिल्ली से नियंत्रित होने वाली राजनीति का बोलबाला है। अब दिल्ली बेस्ड मीडिया भी इस राह पर चल रहा है। इन दिनों कथित राष्ट्रीय न्यूज चैनल उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
इन कार्यक्रमों में उत्तराखंड के क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की उपेक्षा की जा रही है। इसमें राज्य निर्माण में अहम रोल अदा करने वाले उत्तराखंड क्रांति दल प्रमुख रूप से शामिल है। इसके अलावा और भी राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ उत्तराखंड, असली उत्तराखंडियत की एडवोकेसी करते हैं।
ऐसे दलों को न्यूज चैनल अपने कार्यक्रमों से दूर रख रहे है। यही वजह है कि चैनलों के कार्यक्रम में दल-बदल, कौन होगा सीएम जैसे छोटे सवाल हो रहे हैं। राज्य के 21 साल पर सवाल बेहद सरसरी तौर पर हो रहे हैं। दरअसल, दिल्ली से नियंत्रित होने वाली राजनीति को उत्तराखंड से सिर्फ और सिर्फ इतना ही मतलब है।
उत्तराखंड के मूल लोग मूल निवासी से स्थायी निवासी कैसे बने इस पर कोई सवाल नहीं है। इस बात को अब उत्तराखंड के लोग भी महसूस करने लगे हैं। इस पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं।