काम और भाग्य ने दिया सुबोध उनियाल का साथ, चौथी बार बनें नरेंद्रनगर से विधायक
नरेंद्रनगर। पूर्व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा क्षेत्र के लिए किए गए विकास के काम और भाग्य के बूते चुनाव जीतने में सफल रहे। उनको इस चुनाव में ठिकाने लगाने की तैयारियां करीब दो वर्ष पूर्व शुरू हो गई थी।
नरेंद्रनगर सीट से लगातार तीसरी और कुल चौथी बार चुनाव जीते सुबोध उनियाल इस बार के चुनाव रण में बुरी तरह से घिरे हुए दिखे। राजनीति के इस महारथी ने इस घेराबंदी को बड़ी चतुराई से विकास के एजेंडे से निष्प्रभावी किया।
प्रतिद्वंति प्रत्याशी के हर वार को विकास की भाषा में ही जवाब देते रहे। इसका लाभ उन्हें मिला भी। मगर, भितरघात को भांपने में उनके खास समर्थक असफल रहे।
भितरघात की सूचनाओं को उनके कोर ग्रुप ने कतई गंभीरता से नहीं लिया। आम लोगों के फीडबैक को भी खास लोगों ने तवज्जो नहीं दी। परिणाम भितरघातियों को सेफ पैसेज मिला और उन्होंने लक्ष्य के मुताबिक काम किया और काफी हद तक सफल भी रहे।
दरअसल, सुबोध उनियाल को 2022 के चुनाव में ठिकाने लगाने की तैयारियां करीब दो साल पूर्व से शुरू हो गई थी। इसमें तमाम खास लोग भी शामिल थे। भगवा के साथ जीने-मरने की कसम खाने वाले कुछ लोग इसके रणनीतिकार थे। उक्त लोगों ने हर तरह से उन्हें चुनाव हराने के लिए जोर लगाया।
हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com समय-समय पर इसको प्रमुखता से प्रकाशित भी करता रहा है। कुल मिलाकर दिग्गज नेता सुबोध उनियाल क्षेत्र के लिए किए गए काम और भाग्य से चुनाव जीतने में सफल रहे। चुनाव में भितरघात की बात को अब वो स्वीकारते भी हैं।