गवर्नमेंट पीजी कॉलेज अगस्त्यमुनि में जल राशियों की स्वच्छता और संरक्षण पर जोर
अगस्त्यमुनि। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, अगस्त्यमुनि में नदी उत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम में आस-पास की तमाम छोटी-बड़ी जल राशियों की स्वच्छता, संरक्षण और संवर्द्धन पर जोर दिया गया।
बुधवार को चौथे दिन के कार्यक्रमों की शुरूआत कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. पुष्पा नेगी ने दीप प्रज्वलित कर की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गंगा समेत अन्य जल राशियों की स्वच्छता एवं संरक्षण पर आधारित इस देशव्यापी महाअभियान से आम जनमानस में जागरूकता का संचार हुआ है। मगर, इसमें धरातलीय प्रयासों की अधिक दरकार है। जागरूकता का यह मंथन अब प्रयोग में लाना आवश्यक है।
इसके बाद छात्र/छात्राओं ने गंगा स्वच्छता एवं संरक्षण पर आधारित लोकगीत, लोकनृत्य, शास्त्रीय नृत्य, जागर, समूह गान, कव्वाली इत्यादि सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। जिसमें गंगा-महात्म्य एवं पर्यावरण चेतना के साथ ही जल स्वच्छता एवं संरक्षण पर गहरी संवेदना प्रकट की गई।
लोकगीत प्रतियोगिता में किरन ने प्रथम गणेश ने द्वितीय संयोगिता ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जगवीर सिंह एवं शीतल ग्रुप ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। लोकनृत्य में राखी और सलोनी ने प्रथम, साहिना ग्रुप ने द्वितीय और वंशिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
माधुरी ग्रुप ने सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त किया । जागर में अंकित ग्रुपएवं कव्वाली में नितिन ग्रुप ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । निर्णायक की भूमिका डॉ. पूनम भूषण एवं डॉ. प्रीति ने निभाई । मंच संचालन नमामि गंगे नोडल अधिकारी डॉ. के. पी. चमोली एवं सदस्य डॉ. शशिबाला रावत ने संयुक्त रूप से किया।
नोडल अधिकारी नमामि गंगे डॉ. चमोली ने कहा कि हम गंगा तटीय क्षेत्र के लोग हैं। ऐसे में गंगा संरक्षण में हमारी भूमिका महत्वपूर्ण रहने वाली है। हमे इसके लिए तैयार होना होगा। साथ ही उन्होंने सबको धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा बताई ।
कार्यक्रम को सुचारू रूप से संयोजित करने में नमामि गंगे समिति के सदस्य डॉ. ममता शर्मा, डॉ. आबिदा, डॉ. निधि छाबड़ा, डॉ. ममता थपलियाल एवं डॉ. सुनील भट्ट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापक डॉ. दीप्ति राणा, डॉ. मंजु कठैत, डॉ. आर्य, डॉ. मदन नेगी, डॉ. अरविंद सजवाण एवं कर्मचारियों सहित विभिन्न छात्र/ छात्राएँ उपस्थित थे ।