श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को मिला पहला शिक्षक कुलपति
कुलपति प्रो. महावीर सिंह रावत के पास काम करके दिखाने का बड़ा मौका
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. महावीर सिंह रावत के पास काम करने का बड़ा मौका है। वो छह माह के भीतर विश्वविद्यालय में नौ सालों से पसरी जड़ता को समाप्त कर सकते हैं।
छह माह या नियमित कुलपति की नियुक्ति होने तक ही सही पहली बाद श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय को कुलपति के रूप में एक शिक्षक मिला है। इसे विश्वविद्यालय के लिए अच्छा संकेता माना जा रहा है। जी हां, प्रो. महावीर सिंह रावत विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में जूलोजी के प्राध्यापक हैं। वर्तमान में वो बतौर प्रिंसिपल कैंपस को हेड भी कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय में ऐसा कोई पद नहीं है जिस पर प्रो. महावीर सिंह रावत ने काम नहीं किया हो। वो प्राध्यापक के अलावा विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक, कुलसचिव और आज दिन तक परिसर के प्रिंसिपल भी हैं। अब वो कुलपति पद संभालेंगे।
कहा जा सकता है कि प्रो. रावत के पास विश्वविद्यालय के सभी बड़े पदों का अनुभव है। परीक्षा नियंत्रक और कुलसचिव रहते हुए उन्हें जरूर भान हुआ होगा कि आखिर विश्वविद्यालय आशातीत तरीके से आगे क्यों नहीं बढ़ रहा है। प्रिंसिपल रहते हुए उन्हें जरूर महसूस हुआ होगा कि आखिर परिसर को दावों के मुताबिक बनाने के लिए कहां से शुरूआत करनी चाहिए।
उम्मीद की जा रही है कि सभी पदों के अनुभवों को प्रो. रावत एक माह के भीतर ही कम्पाइल कर धरातल पर उतारना शुरू कर देंगे। बड़ी उम्मीद है कि विश्वविद्यालय में नौ सालों से बना नकारात्मक माहौल समाप्त होगा। समस्याओं से बचने की मन स्थिति दूर होगी।
विश्वविद्यालय छोड़कर जा रहे प्राध्यापकों के मामले में कुलपति गौर करेंगे। प्राध्यापकों की वरिष्ठता का मामला अभी भी लंबित है। विश्वविद्यालय की जमीन का डिमारकेशन का मामला भी है।
एक मात्र फंक्शनल कैंपस की व्यवस्थागत खामियों विश्वविद्यालय का मुंह चिढ़ा रहे हैं। उम्मीद है कि नए कुलपति प्रो. महावीर सिंह रावत आलोचनाओं को सकारात्मक रूप में लेंगे। सभी धाणी देहरादून से परहेज करेंगे।