राज्य की बेहतरी में खास रोल प्ले करेगी जॉग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालया

देहरादून। भूगोलविदों की संस्था जॉग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालया उत्तराखंड राज्य की बेहतरी में खास रोल प्ले करेगी। यहां की भौगोलिक तासीर से लेकर अनुभवों को सिस्टम के साथ साझा कर ऐसा किया जाएगा।
शुक्रवार को जॉग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालय देहरादून उत्तराखंड की वेबसाइट www.gsch.co .in का राज्य के कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शुभकामनाएओं के साथ शुभारंभ किया। साथ ही राज्य की बेहतरी में भूमिना निभाने का आहवान किया।
उल्लेखलीय है कि इस सोसाइटी का गठन हिमालय क्षेत्र में उच्च शिक्षा की विकास कार्यों आर्थिक विकास संभावनाओं पर्यटन विकास पर्यावरण संरक्षण वह व्यवसाय कृषि विकास जैसे मुद्दों को ध्यान में रखकर स्व. डा. नित्यानंद की प्रेरणा से उनके शिष्य प्रो. कमलेश कुमार के सानिध्य में सन 2021 में किया गया।
सोसाइटी के प्रथम कार्यक्रम राष्ट्रीय वेविनार की अध्यक्षता करते हुए सोसाइटी की अध्यक्षा प्रो. अनीता रुडोला वक्ताओं का स्वागत किया। संरक्षक प्रो. कमलेश कुमार द्वारा सोसाइटी के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया।
प्रोफेसर केसी पुरोहित जी द्वारा ग्रामीण विकास योजनाओं व ग्रामों का सर्वांगीण तथा सतत विकास पर उत्कृष्ट व्याख्यान प्रस्तुत किया गया , द्वितीय वक्ता के रूप में एच0एन0बी0 गढवाल विश्वविद्यालय की प्रोफ़ेसर डीडी चौनियाल जी ने पर्वतीय क्षेत्रों में परंपरागत कृषि के साथ-साथ व्यवसाय कृषि पर भी जोर देने की बात की तथा दूधा तोली रेंज को कृषि उत्पादन के लिए मॉडल के रूप में तैयार किये जाने की बात की साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि उत्पादन को सुरक्षित रखने हेतु शीत भण्डारणो की व्यवस्था की बात की।
मिजोरम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सती जी द्वारा ग्रामीण विकास योजनाओं तथा कृषि उत्पादन पर विस्तृत जानकारी दी इसके उपरांत हेमंती नंदन बहुगुणा गढवाल विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एमएस नेगी जी द्वारा विकासात्मक कार्यों का हिमालय की संवेदनशील क्षेत्रों पर पढ़ने वाले प्रभावों से अवगत कराया ।
इसके पश्चात एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीआर पंत द्वारा उत्तराखंड की बदलती जनसांख्यकीय के ऊपर विस्तृत जानकारी दी ।डीबीएस कॉलेज देहरादून के भूगोल विभाग के डॉ कमल बिष्ट जी द्वारा सभी वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। डॉ0 राजेश भट्ट ने कार्यक्रम के सम्पूर्ण निष्कर्ष को बताते हुये कार्यक्रम का समापन किया।
कार्यक्रम का संचालन शोध छात्र वीर सिंह व रियाज अहमद ने किया। कार्यक्रम में सोसाइटी के को संरक्षक डॉ. टम्टा जी ,सचिव डॉ. किरन त्रिपाठी, सह सचिव डॉ.मंजू भंडारी, प्रो. बीपी नैथानी आदि मौजूद थे। वेबिनार से करीब 150 प्राध्यापकों का सहयोग रहा।