शिक्षा निदेशक आरके कुंवर सेवानिवृत्त हुए

तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, देहरादून से सरकारी सेवा की शुरूआत करने वाले राज्य के स्कूली शिक्षा के निदेशक आरके कुंवर सेवानिवृत्त हो गए। शिक्षा विभाग में उनका करीब 33 साल का कॅरियर हर लिहाज से बेदाग रहा।
राज्य के स्कूली शिक्षा विभाग में सबकी सुनने वाला अधिकारी यानि आरके कुंवर मंगलवार को सरकारी सेवा से निवृत्त हो गए। मूल रूप से चमोली जिले के आदिबद्री धाम के जुलगड़ गांव के निवासी आरके कुंवर की गिनती राज्य के ईमानदार अधिकारियों में होती है।
उन्होंने यूपी में डीआईओएस झांसी, मंडलीय उपनिदेशक, प्रयागराज, डायट मुजफरनगर के प्राचार्य और विश्व बैंक के शिक्षा से संबंधित परियोजना में लखनऊ में भी तैनात रहे। राज्य गठन के बाद सर्वशिक्षा अभियान को उत्तराखंड में गति देने में उन्होंने खास भूमिका निभाई।
बेहद पेचदगियों से भरे स्कूली शिक्षा को उन्होंने शानदार नेतृत्व दिया। संवाद पर े यकीन की वजह से आम जन में भी उनकी अच्छी छवि रही। राज्य के सुदूर क्षेत्रों से विभागीय कार्य से आने वाले लोगों के लिए उन्होंने तमाम व्यस्तताओं के बाद भी समय निकाला।
एक पत्रकार की नजर से देखूं तो शिक्षा निदेशक आरके कुंवर बेहद शालीन अधिकारी रहे। व्यस्तता की वजह से यदि कभी उनका फोन नहीं उठता था तो वो देर रात जरूर फोन करते थे। हर बातचीत में विभाग का पक्ष मजबूती से रखते थे।
उनसे शिक्षा से जुड़े मुददों पर बात करना अच्छा लगता है। वो कमियां स्वीकारने में कतई नहीं हिचकिचाते हैं। अच्छी बात ये है कि वो शिक्षकों का सम्मान करने वाले अधिकारी रहे।