राशन कार्ड के साथ वोटर कार्ड की भी हो जांच

ऋषिकेश। राज्य में राशन कार्ड के सत्यापन के साथ ही वोटर कार्ड का भी सत्यापन की जरूरत है। ताकि बढ़ रहे वोट और खप रही राशन की सही-सही तस्वीर सामने आ सकें।
उत्तराखंड मूल की आधी आबादी का अब राशन कार्ड से नाता टूट गया है। फिर भी राज्य गठन के बाद थोक के भाव राशन कार्ड बनें हैं। यानि राशन यूनिट में ईजाफा हुआ है। यही स्थिति वोटर कार्ड की भी है। राज्य के मैदानी क्षेत्रों में थोक के भाव वोटर्स बढ़े हैं।
इन दिनों रोशन कार्ड के सत्यापन का काम चल रहा है। इसके साथ ही वोटर्स कार्ड का भी सत्यपान होना चाहिए। ताकि ताकि बढ़ रहे वोट और खप रही राशन की सही-सही तस्वीर सामने आ सकें।
पता लगाया जाना चाहिए कि कितने लोगों के पास एक से अधिक वोटर कार्ड हैं। ये बात सामने आती रही हैं कि कई लोग उत्तराखंड के साथ ही अन्य राज्य के भी वोटर हैं। यदि वास्तव में ऐसा है तो एक वोटर दो राज्यों की सरकार बनाने, पंच प्रधान चुन रहा होगा।