प्रिंसिपल प्रो. आरके उभान ने रखी गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज पाबौ की मजबूत नीव
एक प्रिंसिपल ऐसा भी
उत्तराखंड देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है जहां 80 प्रतिशत से अधिक गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेजों में प्रिंसिपल तैनात हैं। वहीं उन राज्यों में भी शामिल है जहां स्कूली शिक्षा में 80 प्रतिशत स्कूल बगैर प्रिंसिपल के हैं। स्कूल/कॉलेजों में कुछ प्रिंसिपल ने बेहतर काम, कुशल नेतृत्व से कॉलेज की तस्वीर बदल दी। ऐसे कॉलेजों और लीड कर रहे प्रिंसिपलों को हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com का सलाम।
आज से हम ऐसे स्कूल/ कॉलेजों के प्रिंसिपल पर एक प्रिंसिपल ऐसा भी नाम से साप्ताहिक कॉलम प्रकाशित कर रहे हैं। ये कॉलेज हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com के साथ ही रविवार को प्रकाशित होने वाले हिन्दी सप्ताहिक तीर्थ चेतना में भी प्रकाशित किया जाएगा।
पौड़ी। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, पाबौ धीरे-धीरे आकार ले रहा है। इसकी मजबूत नीव रखने का काम कर रहे हैं प्रिंसिपल प्रो. आरके उभान। तीन सालों में ही कॉलेज क्षेत्र के लोगों के भरोसे पर खरा उतरा है।
वर्ष 2018 में शुरू हुई गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज को आकार देने का काम शासन ने प्रो. आरके उभान को सौंपा। यहां बतौर प्रिंसिपल ज्वाइन करने पहुंचे प्रो. उभान के पास सिर्फ प्रिंसिपल का पद नाम था और कॉलेज कागजों में।
गवर्नमेंट इंटर कॉलेज के पुराने भवन पर बगैर संसाधनों वाला ठौर मिला। प्रो. उभान ने यहीं कॉलेज को आकार देना शुरू कर दिया। बेहद मुश्किल समय में उन्होंने कॉलेज को आगे बढ़ाने का काम किया। पब्लिक डोमेन तक बात पहुंचाई कि पाबौ में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज खुल गया।
लोगों में उत्साह तो था। मगर, संसाधनों के अभाव में स्थिति अजीबोगरीब थी। बावजूद इसके प्रिंसिपल उभान प्रयासों में जुटे थे। परिणाम जल्द ही गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, पाबौ ने आकार लेना शुरू कर दिया। प्राध्यापकों की तैनाती हुई तो प्रिंसिपल को थोड़ा बल मिला। इस तरह से कॉलेज आगे बढ़ा।
यहां करीब 150 छात्र-छात्राएं शिक्षा ले रहे हैं। स्नातक कला संकाय के तीन विषयों से शुरू हुए कॉलेज में अब कला संकाय के आठ विषय हैं। वाणिज्य संकाय शुरू हो चुका है। प्रो. उभान के प्रयासों से कॉलेज में एनसीसी भी शुरू हो चुकी है। ये इस कॉलेज की बड़ी उपलब्धि है।
बहुत कम समय में कॉलेज क्षेत्र के लोगों का भ जीतने में सफल रहा है। कहा जा सकता है कि प्रिंसिपल प्रो. उभान के नेतृत्व में प्राध्यापकों की टीम कॉलेज की मजबूत नीव रखने में सफल रहे हैं। कॉलेज का नया भवन निर्माणाधीन है। गर्ल्स हॉस्टल की स्वीकृति मिल चुकी है।
प्रो. उभान की कार्यकुशलता को देखते हुए शासन ने नवनिर्मित राजकीय व्यवसायिक कॉलेज पैठाणी की बागडोर भी उन्हें सौंपी है। इस कॉलेज के निर्माण कार्य की देखरेख का जिम्मा भी प्रो. उभान के पास था। अब यहां प्रवेश भी शुरू हो चुके हैं।
बातचीत में प्रिंसिपल प्रो. आरके उभान का कहना है कि कॉलेज बिलकुल नया है। शुरूआत इस तरह से की गई है कि कॉलेज क्षेत्र में उच्च शिक्षा का उजियारा फैलाए। क्षेत्र के नौनिहाल घर में रहकर गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें।
छात्रों में भरोसा पैदा करने के लिए कॉलेज स्तर पर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि प्रतिस्पर्द्धा के इस दौर में छात्र स्वयं को साबित कर सकें।