पुरानी पेंशनःवोट की ताकत दिखाने को तैयार शिक्षक/कर्मचारी
पौड़ी। राज्य के करीब 80 हजार सरकारी शिक्षक/कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर वोट की ताकत दिखाने को तैयार हैं। शिक्षक/कर्मचारियों की संख्या राज्य में सत्ता का गणित बनाने और बिगाड़ने के लिए पर्याप्त है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों की आपातकालीन गूगल मीट की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने कहा कि आज पूरे उत्तराखंड के अधिकारी कर्मचारियों एक ही मांग राजनीतिक पार्टियों से कर रहे हैं, पुरानी पेंशन बहाली की इस मांग को सरकार द्वारा अनसुना किया गया है।
कर्मचारियों से अनुरोध है कि पुरानी पेंशन बहाली हेतु जो भी पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस मुद्दे को प्रमुख स्थान देगी, हमारा उत्तराखंड का कर्मचारी परिवार सहित उसी पार्टी को अपना वोट देगा अन्यथा की स्थिति में नोटा का विकल्प खुला हुआ है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोई विधायक मंत्री या मुख्यमंत्री ऐसा नहीं रहा है, जिसके दरवाजे पर दस्तक नहीं दी गई हो, लेकिन देखने में यह आया है कि पुरानी पेंशन को लेकर राजनीतिक दल गंभीर नहीं हैं। अब कर्मचारियों ने भी मन बना लिया है कि कर्मचारी उसी पार्टी के पक्ष में मतदान करेगा जो पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को अपने घोषणा पत्र में प्रमुखता से रखेगा।
उन्होंने राजनीतिक दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि 80000 हजार कर्मचारी एवं उनका परिवार किसी भी राजनीतिक दल को हराने की क्षमता रखता है स राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ डी सी पसबोला ने कहा कि कर्मचारियों के लिए यह निर्णायक वक्त है क्योंकि इससे पहले निर्णय लेने का समय सत्ताधारी पार्टी के हाथ में था और अब निर्णय लेने का वक्त कर्मचारियों के हाथ में है वह वेट एंड वॉच की स्थिति में है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के टिहरी जनपद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव उनियाल ने कहा कि जो पार्टी घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन बहाली को प्रथम स्थान पर रखेगी, हम उसी पार्टी को परिवार सहित वोट करेंगे, हम अपने घरों के बाहर साफ लिख देंगे कि ये सरकारी कर्मचारी का घर है, जो पेंशन की बात करेगा, उसी को हम वोट देंगे, नही तो इस चुनाव में नोटा चलेगा।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के पौड़ी जनपद सचिव भवान सिंह नेगी ने कहा कि राजनीतिक दलों को कार्मिकों की पुरानी पेंशन बहाली की अनदेखी महंगी पड़ सकती है, कार्मिकों द्वारा बार-बार यही कहा जा रहा है कि जो भी पार्टी कर्मचारियों की मांग को सर्व प्रमुख स्थान देगी, कर्मचारी उसी के पक्ष में मतदान करेगा ।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के मंडलीय उपाध्यक्ष गढ़वाल प्रदीप जुयाल ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी एवं राज्य के मुख्यमंत्री जी , सांसदों, विधायको को हम कर्मचारियों की सबसे बड़ी पीड़ा के बारे में जल्दी ही ठोस कदम उठाना चाहिए, वरना धीरे धीरे सभी कर्मचारियों का सभी माननीयों से विश्वास खत्म होता जायेगा और कहीं ऐसा न हो की देश की आजादी के लिए जिस तरह के आंदोलन चलाए गए थे उसी तरह के आंदोलन पूरे भारतवर्ष में न करना पड़े।
कहा कि माननीयों को ये लगता है की पेंशन जरूरी नहीं तो खुद भी अपनी पेंशन बंद कर देनी चाहिए । उनके पास तो विकल्प होता है हर पांच साल में जब मर्जी दल बदल करके अपना और अपनो का भला करने का, किंतु हम कर्मचारियों के पास वेतन के अलावा कोई विकल्प नहीं हैऔर वो भी 60 साल तक ,उसके बाद क्या होगा भगवान जाने ।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के कीर्तिनगर विकास खंड अध्यक्ष संदीप मैठाणी ने कहा कि अन्यथा की स्थिति में नोटा का विकल्प भी खुला हुआ है। उत्तराखंड सफाई कर्मचारी मोर्चा के जनपद अध्यक्ष प्रवीण कुमार का कहना था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में लगातार पुरानी पेंशन की बहाली को राज्य में भी बुलंद किया गया है और प्रत्येक विधायक एवं मंत्री इस मुद्दे से बखूबी परिचित है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के रुद्रप्रयाग जनपद के संरक्षक शंकर भट्ट ने कहा जो भी पार्टी अपने घोषणा पत्र में मुख्य मांग के रूप में पुरानी पेंशन के मुद्दे को रखेगी, हम रूद्रप्रयाग के समस्त कार्मिक एक वर्चुअल बैठक कर उस पार्टी के लिए अपने परिवार ,नाते रिश्तेदारों को वोट देने के लिए प्रेरित करेंगे, अभी हम सभी पार्टियों के घोषणा पत्र का इंतजार कर रहे हैं, रूद्रप्रयाग का प्रत्येक कार्मिक एकजुट होकर पुरानी पेंशन मिशन में साथ देगा।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के श्रीनगर शाखा के संरक्षक महेश गिरी ने कहा कि जो भी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टी अपने घोषणा पत्र में मुख्य मांग के रूप में पुरानी पेंशन के मुद्दे को रखेगी, हम श्रीनगर क्षेत्र के समस्त कार्मिक एक वर्चुअल बैठक कर उस पार्टी के लिए अपने परिवार ,नाते रिश्तेदारों को वोट देने के लिए प्रेरित करेंगे, अभी हम सभी पार्टियों के घोषणा पत्र का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
श्रीनगर का प्रत्येक कार्मिक एकजुट होकर पुरानी पेंशन मिशन में साथ है ,हमारी शक्ति व एकता को कम आंकने की भूल कोई भी राजनीति पार्टी न करे, हमारे आंदोलन इस बात के परिचायक है और यदि कोई भी पार्टी पुरानी पेंशन के मुद्दे को घोषणा पत्र में शामिल नहीं करती है तो हम सभी मिलकर उस पार्टी के साथ खड़े होगे जो इस विषय को अपने एजेण्डा में शामिल करेगा।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के कुमाऊं मंडल उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि यह हमारी 80000 कर्मचारियों की मांग है जो भी पार्टी हमारी पुरानी पेंशन बहाली को अपने मांग पत्र में रखेगी और हमें पूर्ण विश्वास दिलाएगी कि आने वाले समय में वह पार्टी पुरानी पेंशन को बहाल करेगी, तभी हम अपना और अपने परिवार के सदस्यों का वोट उस पार्टी को दिलाएंगे क्योंकि पिछले दो सालों से हमने सभी मंत्रियों और विधायकों को अपना मांग पत्र सौंपा है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के टिहरी जनपद अध्यक्ष हिमांशु जगूड़ी ने कहा विधानसभा चुनाव 2022 उत्तराखंड में चुनाव लड़ रही समस्त पार्टियों से अनुरोध है कि वे अपनी पार्टी के घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को शीर्ष वरीयता देते हुए स्थान दें।साथ ही समस्त नई पेंशन पीड़ित कर्मचारी साथियों से भी निवेदन है कि वे अपने स्तर से अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों को पूरानी पेंशन बहाली को स्थान देने के लिए व्यक्तिगत रूप से बात रखें।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के जनपद मीडिया प्रभारी उत्तरकाशी मुरली मनोहर भट्ट ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 उत्तराखंड में चुनाव लड़ रही समस्त पार्टियों से अनुरोध है कि वे अपनी पार्टी के घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को शीर्ष वरीयता दें।
साथ ही सभी नई पेंशन आच्छादित कर्मचारी साथियों से भी निवेदन है कि वे अपने स्तर से अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों से पुरानी पेंशन बहाली पर उनके विचारों को वीडियो में रिकार्ड कर उनसे उनकी पार्टी के घोषणापत्र में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को प्रथम स्थान देने के लिए व्यक्तिगत रूप से बात रखें।