ऋषिकेश नगर निगम पर क्यों अटक/लटक रही शासन की कृपा
बजट के अभाव में कूड़ा निस्तारण का काम हो रहा प्रभावित
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। चप्पा-चप्पा भाजपा के बाद भी ऋषिकेश नगर निगम पर शासन की नजरें इनायत नहीं हो रही हैं। स्वीकृत बजट भी न मिलने से कूड़ा निस्तारण का काम प्रभावित हो रहा है। नाराज पार्षदों ने सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है।
पर्यटन और तीर्थाटन, पहाड़ और मैदानी क्षेत्रों का प्रतिनिधि शहर ऋषिकेश को शासन से खास तवज्जो नहीं मिल रही है। ये स्थिति तब है जब यहां की जनमानस वार्ड से लेकर संसद तक सब कुछ भाजपा के हवाले कर चुका है। कुल मिलाकर ऋषिकेश को चप्पा-चप्पा भाजपा भी लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नगर निगम ऋषिकेश की तो हर दर्जे की उपेक्षा हो रही है। इसको लेकर पब्लिक डोमेन में बहुत सी बातें हो रही हैं। आम लोग सवाल भी उठा रहे हैं। स्वीकृत बजट भी न मिलने से निगम की व्यवस्थाएं चरमरा रही है। लीगेसी बजट के भी न मिलने से कूड़ा निस्तारण का काम प्रभावित हो रहा है।
गत दिनों एसीएस आनंद वर्द्धन के सम्मुख मेयर और पार्षदों ने ये मामला मजबूती से रखा था। एसीएस वर्द्धन ने भरोसा भी दिया। मगर, अभी तक कुछ नहीं हुआ। राज्य के दूसरे सबसे बड़े नौकरशाह के आश्वासन पर भी कुछ न होने से साफ लगता है कि कुछ न कुछ राजनीति तो हो ही रही है।
बहरहाल, इससे नाराज नगर निगम के पार्षदों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। दो टूक कहा कि जल्द बजट आवंटित नहीं हुआ तो पार्षद 21 जुलाई को सचिवालय कूच करेंगे।