गढ़वाल विवि के एसआरटी परिसर में नैक पर कार्यशाला
संस्थान के विकास को टीम भावना जरूरीः प्रो. पचौरी
तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। किसी संस्थान के विकास के उससे जुड़े एक-एक व्यक्ति के भीतर टीम भावना का होना जरूरी है। टीम वर्क से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।
ये कहना है हिमालयन आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पचौरी का। पचौरी हे0न0ब0ग0वि0वि0 परिसर बाद़शाहीथौल टिहरी में विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक, प्रशासनिक एवं शोध कार्यों के होने वाले ’’नैक’’ पर एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा है कि, संस्थान को सर्वोच्च शिखर पर ले जाने के लिए एक व्यक्ति का नहीं विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र/छात्राओं एवं शोधार्थियों का योगदान आवश्यक है। जिस विश्वविद्यालय में उच्च गुणवŸा का शोध कार्य होता है। निश्चित ही उस विश्वविद्यायलय शौक्षणिक कार्य भी उच्चतम श्रेणी का होता है।
विश्वविद्यालय के सभी फैक्लटी सदस्य अधिक से अधिक अपने शोध का लाभ छात्र छात्राओं तक पहुँचाने उन्होंने कहा है कि, एक प्रोफेसर का महत्व उसके विभिन्न क्षेत्रों में निकले छात्र/छात्राओं से ही होता है।
प्रो0 आर0डी0 सुन्दरियाल द्वारा नैक की व्यवहारिक एवं शोधातिक क्रियकलापों की विस्तारित जानकारी दी।कार्यशाला में पूर्व निदेशक प्रो0 डी0एस0कैन्तुरा एवं प्रो0 आर0सी0 रमोला द्वारा अपने अनुभावों को सभी फैकल्टी सदस्यों एवं उपस्थित प्रतिभगियों के बीच में रखा।
इस अवसर पर परिसर निदेशक प्रो0 ए0ए0बौड़ाई द्वारा इस कार्यशाला में प्रतिभाग करने हुतु सभी का धन्यवाद दिया और कहा है कि, परिसर में निश्चित ही सभी फैकल्टी सदस्यों द्वारा अपने-अपने शोध कार्यो की गुणवŸा एवं संख्या में वृद्धि करने और इसका लाभ विश्वविद्यालय को प्राप्त करवायेंगे।
इस अवसर पर प्रो0 पी0डी0 सेमल्टी, प्रो0 ए0के0पाण्डेय, प्रो0 एन0के0 अग्रवाल, प्रो0 सुनिता गोदियाल, प्रो0 बीना जोशी, प्रो0 डी0के शर्मा, प्रो0 पी0डी0 थपलियाल, प्रो0 डी0एस0 बागड़ी, प्रो0 एस0के0 शर्मा, प्रो0 एम0एम0एस0 नेगी, डॉ0 ममता राणा, डॉ0 के0एस0 पेटवाल, डॉ0 विशाल गुलेरिया, डॉ0 एल0आर0डंगवाल, डॉ0 यू0एस0नेगी, डॉ0 एस0के0 चतुर्वेद्धी, डॉ0 हिमानी बिष्ट, डॉ0 अर्पणा सिंह, डॉ0 मुस्कान कपूर, डॉ0 मीणा, डॉ0 रविन्द्र सिंह, डॉ0 शंकर लाल, पुस्तकालयाध्यक्ष हंसराज सिंह बिष्ट, महिपाल भण्डारी, डॉ0 पवन राणा, सहित सभी फैकल्टी सदस्य एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।