निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नौकरी घोटाला बनेगा बड़ा मुददा
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। राज्य में इस वर्ष होने वाले निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में विभिन्न स्तरों पर हुए नौकरी घोटाला बड़ा मुददा बनेगा। इसके संकेत भी मिलने लगे हैं।
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद से राजनीतिक दल हर स्तर के चुनाव में जनता के मुददों को पंक्चर करते रहे हैं। शहर और गांव में भी राष्ट्रीय मुददे हावी हो जाते हैं। या ऐसी बातें चर्चा में आ जाती हैं जिनका आम लोगों से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं होता।
इसका लाभ राजनीतिक दलों को मिलता है। 22 सालों से राज्य के हर छोटे-बड़े चुनाव में ऐसा ही कुछ देखा जा रहा है। परिणाम हर चुनाव के बाद आम लोग पांच साल तक टपराते रहते हैं। मगर, अब राज्य का हर वर्ग राजनीतिक दलों को अच्छे से समझ चुके हैं।
यही वजह है कि पहली बार उत्तराखंड के आम लोग एक मुददे पर एक स्वर में दिख रहे हैं। मुददा है राज्य गठन के बाद से ही हो रही नौकरी घोटाले का। इस वर्ष होने वाले निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ये बड़ा मुददा बनने वाला है।
इसके संकेत भी मिलने लगे हैं। जनता की नब्ज को अच्छे से समझने वाले नेता भी ये स्वीकारने लगे हैं कि नौकरी घोटोले को लेकर लोगों में खासी नाराजगी है। सिस्टम के प्रति अविश्वास पैदा हो गया है। एक्शन की बात भी लोगों को बेमानी लगने लगी है।
नेताओं के लिए जनता के मन से नौकरी घोटाले की बात को हटाना संभव नहीं हो रहा है। युवा इस मामले में खासे मुखर हैं। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब विकास, मूलभूत सुविधा, महंगाई आदि के बजाए सबसे अधिक चर्चा नौकरी घोटाले की हो रही है। इसको लेकर जनता के बीच तमाम अन्य बातें भी हैं।