उत्तराखंड में यशपाल आर्य की जगह कैबिनेट में आ सकता है ये नया चेहरा…!

उत्तराखंड में यशपाल आर्य की जगह कैबिनेट में आ सकता है ये नया चेहरा…!
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देहरादून ।  उत्तराखंड में विधानसभा 2022 की उल्टी गिनती सुरू हो चुकी है। चुनाव के लिए महज 3 महीने का वक़्क्त बचा है। ऐसे में सत्ता पर काबिज होने के लिए दोनों ही पार्टियों में दलबदल का खेल लगातार चल रहा है। भाजपा और काँग्रेस दोनों ही दलबदल के खेल से एक दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं। हाल ही में उत्तराखंड सरकार में मंत्री रहे यशपाल आर्य पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। जिसके बाद चर्चाओं का माहौल गर्म है कि पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में रिक्त हुए पद पर जल्द किसी विधायक को मौका दिया जा सकता है। इस खाली पद को भरने की अटकलें भी तेज हो गई है।

सबसे ज्यादा जो नाम मंत्री पद को लेकर चर्चाओं में है वह रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ का। काऊ समर्थकों में भी उत्साह है। वे रिक्त मंत्री पद पर काऊ की दावेदारी पुख्ता मानकर चल रहे हैं। दरअसल, यशपाल के साथ काऊ के भी कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं,पर जब आर्य कांग्रेस में शामिल हुए, उस वक्त काऊ भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के साथ नजर आए। माना जा रहा है कि हाईकमान से उन्हें कोई बड़ा भरोसा दिया है। इस बीच, काऊ समर्थक यह मानकर चल रहे हैं कि यशपाल को कांग्रेस छोड़ने के एवज में मंत्री पद दिया गया था। ऐसे में इस रिक्त पद पर काऊ की दावेदारी बनती है।

वहीं राजनीतिक गलियारों में ये भी चर्चाएं हैं कि पार्टी के कुछ दलित विधायकों ने तो दावेदारी भी पेश कर दी है। सीएम अगर यह सीट भरते हैं तो पूर्व कैबिनेट मंत्री खजान दास के साथ विधायक चंदनराम दास और सुरेश राठौर की दावेदारी भी मजबूत बताई जा रही है। उधर, सूत्रों ने बताया कि कुछ दलित विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की।

धामी मंत्रिमंडल में यह सीट पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के भाजपा छोड़ने के चलते खाली हुई है। हालांकि फिलहाल उनके सभी विभाग, मुख्यमंत्री ने अपने पास रख लिए हैं। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए अब लगभग ढाई माह शेष हैं। राज्य में जनवरी, 2022 में चुनाव आचार संहिता लागू होने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में सरकार यह खाली सीट भरेगी या नहीं, इसे लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता मंत्रिमंडल में रिक्त पद को भरने के पक्ष में हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा आरक्षित कोटे से मंत्री बनाने के पक्ष में है, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में दलित वर्ग को इसे भुनाया जा सके। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी इस पद को भरने से पहले हाईकमान से चर्चा करेंगे। उसके बाद ही कोई फैसला करेंगे। खाली मंत्री पद के लिए फिलहाल सबसे प्रबल दावेदारों में राजपुर रोड विधायक खजान दास, ज्वालापुर के सुरेश राठौर व बागेश्वर के चंदनराम दास के नाम की चर्चाएं हैं।

Amit Amoli

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