प्रीतम फिर बोले, कांग्रेस पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, कौन आएगा-कौन नहीं, यह अधिकार सिर्फ और सिर्फ पार्टी हाईकमान का
देहरादून । पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की कांग्रेस पार्टी में वापसी के बाद बागियों के लिए रास्ता खुलने की अटकलों के बीच पार्टी के भीतर ही खेमेबाजी शुरू हो गई है। एक गुट जहां पर्दे के पीछे रहकर बागियों की वापसी का रास्ता बुन रहा है। वहीं दूसरे गुट ने तमाम शर्तों के बैरियर लगा दिए हैं। कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में पार्टी में तमाम नए चेहरे शामिल हो सकते हैं। इनमें उन कुछ बागियों के नाम भी गिनाए जा रहे हैं। जिन्होंने वर्ष 2016 में हरीश सरकार गिराई थी। खास बात यह है कि पार्टी के एक गुट का जोर विशेषकर बागियों की वापसी पर है। जो चाहता है कि पार्टी के भीतर इनकी एंट्री कराकर अपने कुनबे और मजबूत स्थिति में खड़ा किया जाए।
पार्टी सूत्रों का कहना है बागियों की वापसी की राह आसान हो सकती है, बशर्ते वह माफी के साथ हरीश रावत को अपना नेता मान लें। जबकि दूसरे गुट के मिजाज इससे इतर हैं। उनका कहना है कि पार्टी में कौन आएगा, कौन नहीं आएगा, यह अधिकार पार्टी हाईकमान के अलावा किसी को नहीं है। जो व्यक्ति कांग्रेस में आस्था जताते हुए वापसी करना चाहता है, यदि वह पार्टी हित में होगा तो उसकी जरूर वापसी होगी।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कांग्रेस पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। कौन आएगा और कौन नहीं, यह तय करने का अधिकार पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को है। शीर्ष नेतृत्व इस परिप्रेक्ष्य में जो भी निर्णय लेगा वह मुझे मंजूर होगा।