गवर्नमेंट पीजी कॉलेज नई टिहरी के गणित विभाग में प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन
नई टिहरी। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, नई टिहरी के गणित विभाग में एम.एससी. प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के छात्र/छात्राओं ने मॉडल और उसके गणितिय सिद्धांत को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया।
गुरूवार को आयोजित मौखिक परीक्षा से पूर्व एम.एससी. प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के छात्र/छात्राओं ने परीक्षक डा. केसी पेटवाल के सम्मुख मॉडल और उसके गणितिय सिद्धांत को प्रस्तुत किया। एम.एस. सी. प्रथम की छात्रा आँचल मिश्रा ने बताया कि कैसे लॉजिक गेट की हेल्प से स्ट्रीट लाइट के कांसेप्ट को समझाया जा सकता है एवं कौन कौन से क्षेत्र है जहां लॉजिक गेट के अनुप्रयोग हो सकते है।
प्रतिष्ठा भट्ट ने गेम्स थ्योरी के अनुप्रयोग का प्रयोग कर एक गेम मॉडल बनाया जिसमे उनका उद्देश्य यह था कि कौन कौन सी स्ट्रेटिजी अपनायी जाये कि अधिकतम लाभ एवं कम से कम हानि के साथ इस गेम को खेला जाया किस प्रकार पेऑफ मैट्रिक्स बनाकर इसको प्रयोग किया जा सकता है।
सचिन द्वारा प्रदर्शित स्टिरियोग्राफिक प्रोजेक्शन ने सचिन ने एक स्पेरिकल बॉल के माध्यम से 2 डी प्रोजेक्शन बनाया ,तत्पश्चात एम.एस. सी.तृतीय के छात्रों ने परीक्षक महोदय को अपने अपने मॉडल प्रदर्शित किए जिसमे सुमन सिंह ने फोर कलर थ्योरम को मॉडल और एक एक्टिविटी के माध्यम से प्रदर्शित किया इसमें उन्होंने विभिन्न रंगों के ब्लॉक्स से फोर कलर थ्योरम को समझाया उन्होंने उन ब्लॉक्स के सहायता से मैप को बनाया उस मैप की विशेषता यह थी कि पूरा मैप चार रंगों से बना है और कहीं भी लगातार दो ब्लॉक्स में रंगों की पुनरावृत्ति नही हुई।
शिवेंदु तिवारी ने ब्रोक्रेस्टोक्रोम प्रॉब्लम को समझाया जिसमे गुरुत्व के अंतर्गत गति को समझाया और यह बताया गया कि जब हम गुरुत्व के अधीन गति का अध्ययन करते हैं तो दो बिंदुओं के बीच की दूरी न्यूनतम सदैव लंबवत नही होती विशेष प्रतिबंधों में ग्रेविटी के आधीन न्यूनतम दूरी एक साइक्लोड का निर्माण करता है जो दो बिंदुओं की बीच की दूरी सदैव ही लंबवत दूरी के विचार को एक नए रूप में प्रतिबंधों के साथ समझाता है।
शिवानी रावत द्वारा विभिन्न वक्रों को समझाया एवं वक्रों के माध्यम से समझाने का प्रयास किया कि क्यों पहाड़ों में सड़कों के निर्माण में उत्तम सड़क बनाने के लिए जिससे सड़कें दुर्घटनाओं को कम से कम हो किया जा सके तत्पश्चात अवंतिका द्वारा सेवन ब्रिज प्रॉब्लम जिस समस्या को ग्राफ थ्योरी के जनक के रूप में जाना जाता है।
कैसे एक सात ब्रिजों की समश्या ने एक नई तरह की ज्यामितीय को जन्म दिया जिसे आधुनिक समय मे ग्राफ थ्योरी के रूप में जाना जाता है अवंतिका द्वारा महान गणितज्ञ आइलर को अपना मॉडल समर्पित किया।
छात्र/छात्राओं के प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन को प्रोफेसर के. सी. पेटवाल ने खूब सराहा और सभी को स्नातकोत्तर के बाद शोध के क्षेत्र में आने का न्योता दिया। विभाग के प्रभारी डॉ संदीप बहुगुणा ने भी इस अवसर पर प्रोफेसर के. सी. पेटवाल और कॉलेज प्रिंसिपल का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर श्रीमती माधुरी कोहली , दिनेश पांडेय एवं सुभाष चंद्र नौटियाल जी विभाग में उपस्थित रहे।