गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज गुप्तकाशी में विश्व क्षयरोग दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम
तीर्थ चेतना न्यूज
गुप्तकाशी। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गुप्तकाशी में “गंगा स्वच्छता पखवाड़ा” के अन्तर्गत विश्व क्षयरोग दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
शुक्रवार को कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. पीएस जगवाण के निर्देशन में किया गया। गंगा स्वच्छता पखवाड़ा” के अन्तर्गत विश्व क्षयरोग दिवस पर संगोष्ठी व पोस्टर प्रतियोगित आयोजित की गई।
इस मौके पर मुख्य वक्ता डा योगिशा ने टीबी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया से होने वाली एक बीमारी है जो ज्यादातर फेफड़ों में होती है। उन्होंने कहा कि 3 हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना,कभी कबार खांसी में खून आना, वजन में निरंतर कमी आना, भूख लगना कम होना, शाम या रात के समय बुखार चढ़ना, सांस लेने में परेशानी होना या सांस लेते समय सीने में दर्द होना आदि टीबी के लक्षण हैं।
टीबी के निदान हेतु उन्होंने बताया कि बच्चों को जन्म से एक माह के अन्दर बीसीजी का टीका लगवाएं, खांसते और छींकते समय मुँह पर रूमाल का प्रयोग करें, और टीबी का पूर्ण इलाज ही बचाव का साधन है। टीबी का इलाज संभव है, इसके लिए सरकारी अस्पताल जाकर में जाकर अपना इलाज मुफ्त में कराएं।
डा आजाद सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर लोगों को क्षयरोग (टी.बी) जैसे जानलेवा रोग के बारे में जागरूक करने और इसे खत्म करने के प्रयास से हर साल 24 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘विश्व क्षयरोग दिवस‘ मनाया जाता है।
इस साल भी विश्व में टीबी दिवस ‘हाँ! हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं, थीम के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर क्षयरोग के कारण, लक्षण और निदान से सम्बंधित पोस्टर प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी। पोस्टर प्रतियोगिता में अम्बिका ने प्रथम, समीर रावत ने द्वितीय सोनाली और मनीषा राणा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जागरूकता संगोष्ठी में डा मनोज गैड़ी, डा अनुराग भण्डारी, डा चिन्तामणि, डा नीतू थपलियाल , डा गणेश भागवत (समन्वयक,नमामि गंगे) सहित छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन डा मोनिका (प्राध्यापक अर्थशास्त्र) ने किया।
भारत में स्वास्थ्य सुविधायें, चुनौतियाँ एवं अवसर” विषयक संगोष्ठी
उत्तराखण्ड प्रदेश में प्रस्तावित जी-20 के बारे में जागरूकता बढ़ाने के दृष्टिगत एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। “ भारत में स्वास्थ्य सुविधायें, चुनौतियाँ एवं अवसर” विषयक संगोष्ठी का शुभारम्भ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पी.एस.जंगवाण ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नागरिकों के उत्तम स्वास्थ्य हेतु भारतसरकार अनेक स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम संचालित कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम,राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम,राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम,राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम,राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना,आयुष्मान भारत योजना आदि कार्यक्रमों के द्वारा स्वास्थ्य प्रणाली का कार्यान्वयन करता है। डा मनोज गैड़ी ने बताया की आज देश में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधायें विकसित हो गयी हैं, जिनमें सरकार सरकारी चिकित्सालयों में मूलभूत एवं उच्च सुविधायें मुहैय्या करा रही हैं। देश में एम्स की स्थापना से उच्च स्वास्थ्य सुविधाओं को समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाया जा रहा है।
डा चिन्तामणि ने आयुष्मान भारत योजना के बारे में बताया कि इस योजना के अन्तर्गत निर्धन और जरूरतमंद लोगों को सालाना 5 लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज कराये प्रावधान है। संगोष्ठी में महाविद्यालय के छात्र समीर रावत, अम्बिका, शिवानी आदि ने भी अपने विचार रखे। संगोष्ठी में डा योगिशा,डा अनुराग भंडारी, डा नीतू थपलियाल, डा मोनिका, डा गणेश भागवत एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संगोष्ठी का संचालन डा आजाद सिंह ने किया।