राजधानी देहरादून का गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बगैर प्रिंसिपल के
देहरादून। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर बगैर प्रिंसिपल के चल रहा है। यहां तैनात किए गए प्रिंसिपल किसी दूसरे कॉलेज में सेवाएं दे रहे हैं। हां, प्रिंसिपल का वेतन जरूर देहरादून कॉलेज से निकल रहा है।
गत वर्ष अस्तित्व में आए गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर को वास्तव में प्रिंसिपल की जरूरत है। नवंबर 2021 में शासन ने प्रो. एमपी नगवाल को यहां प्रिंसिपल के रूप में तैनात किया। कॉलेज तब ढंग से अस्तित्व में नहीं था। लिहाजा ं ज्वानिंग कागजों में ही हो गई।
इसके बाद शासन ने यहां प्राध्यापकों की तैनाती की। मगर, प्रिंसिपल को पौड़ी जिले के गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बिथ्याणी अटैचमेंट व्यवस्था से मुक्त नहीं किया। इस तरह से गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर के प्रिंसिपल अपने कॉलेज में चाहकर भी नहीं जा पा रहे हैं। हां, उन्हें वेतन जरूर इसी कॉलेज से मिल रहा है।
प्रो. एमपी नगवाल उच्च शिक्षा विभाग से मूल कॉलेज के लिए कार्यमुक्त करने का अनुरोध कर रहे हैं। फिलहाल उनके अनुरोध पर गौर करने की सूरत दिख नहीं रही है। कुछ दिन पूर्व एक प्रिंसिपल यूनिववर्सिटी की सेवा से लौट आए। उम्मीद थी कि इससे दो कॉलेजों को पूर्णकालिक प्रिंसिपल मिल जाते। मगर, दोनों कॉलेजों पर नजरें इनायत नहीं हुई। परिणाम गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर बगैर प्रिंसिपल के चल रहा है और गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बिथ्याणी कामचलाउ व्यवस्था से ।