क्या हमेशा के लिए बंद हो जाएगा जीआईसी नरेंद्रनगर ?
केंद्रीय विद्यालय संगठन को भवन सौंपने की तैयारी
तीर्थ चेतना न्यूज
नरेंद्रनगर। राजकीय इंटर कालेज, नरेंद्रनगर इतिहास बनने जा रहा है। क्या केंद्रीय विद्यालय के लिए इस स्कूल की बलि ली जा रही है।
जी हां, लग तो कुछ-कुछ ऐसा ही रहा है। तैयारियां भी चल रही हैं। जीआईसी नरेंद्रनगर के नाम कई उपलब्धियां हैं। इस स्कूल ने देश प्रदेश को कई होनहार अधिकारी दिए। इस स्कूल का पूरे टिहरी जिले में बड़ा नाम था। ये बात अलग है कि आज का समाज इस बात को याद नहीं रखना चाहता।
बेशक जीआईसी नरेंद्रनगर में छात्र संख्या कम हुई है। इसकी वजह सेवित क्षेत्र में थोक के भाव सरकारी स्कूलों का खुलना है। अब सरकारी स्कूल खुलना उपलब्धि है तो स्कूलों में छात्र संख्या का कम होना बड़ी उपलब्धि मानी जानी चाहिए।
बहरहाल, उत्तराखंड बोर्ड के सरकारी स्कूलों को सीबीएसई के हवाले करने की होड़ के बीच जीआईसी नरेंद्रनगर को बंद कर यहां पर केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की बात समझ से परे है। फिर भी प्रदेश सरकार ऐसा कर रही है तो अच्छा ही निर्णय होगा।
इस आशय का प्रस्ताव भी शिक्षा विभाग के स्तर से भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि जीआईसी नरेंद्रनगर को जीजीआईसी नरेंद्रनगर में मर्ज किया जाएगा। इससे तमाम तकनीकी समस्याएं सामने आएंगी। सवाल ये कि क्या इससे जीजीआईसी छात्रों के लिए खुल जाएगा।
क्या इस बहाने प्रदेश सत प्रतिशत सहशिक्षा की ओर बढ़ने की तैयारी कर रहा है। बहरहाल, शिक्षा विभाग से इतनी जानकारी मिली जीआईसी नरेंद्रनगर को केंद्रीय विद्यालय संगठन को सौंपने का प्रस्ताव गया है।
टिहरी के मुख्य शिक्षाधिकारी से कई प्रयासों के बाद भी संपर्क नहीं हो सका। संपर्क होने पर उनके द्वारा प्रस्तुत विभागीय पक्ष को प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।