जी 20 और देवभूमि उत्तराखंड
सुदीप पंचभैया।
भारत की अध्यक्षता में जी 20 के कुछ आयोजन देवभूमि उत्तराखंड में प्रस्तावित हैं। इसको लेकर राज्य भर में शासकीय स्तर पर खासा उत्साह देखा जा रहा है। खासकर उच्च शिक्षण संस्थाओं में इसके परिप्रेक्ष्य में नाना कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इससे जी 20 को लेकर संदेश आम लोगों तक भी पहुंचने लगा है।
जी 20 यानि अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का आर्थिक मंच। 1999 में गठन से लेकर अब अब मंच ने आर्थिक मोर्चे पर बेहतर काम किया। कोविड-19 के बाद बदले विश्व के आर्थिक परिदृश्य के बाद इस मंच की भूमिका और महत्वपूर्ण हो चुकी है। भारत इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।
ये निरा संयोग है कि ऐसे वक्त पर भारत को जी 20 की अध्यक्षता हासिल हुई है। एक दिसंबर 2022 से नवंबर 2023 तक भारत जी 20 को लीड करेगा। इस वर्ष जी 20 के तमाम आयोजन भारत की अगुवाई में होने जा रहे हैं। इसकी शुरूआत भी हो चुकी है। शुरूआत में भारत विश्व को बड़ा संदेश देने में सफल रहा। अब जी 20 के इस साल होने वाले एक-एक आयोजन पर विश्व की नजर है।
दरअसल, भारत ने जी 20 की अध्यक्षता को स्वीकारते हुए वसुधैव कुटुम्बकम थीम लेकर आगे बढ़ा है। यानि एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य का दर्शन साथी देशों को दिया है। इसकी विश्व भर में सराहना हो रही है। भारत जी 20 की अध्यक्षता के माध्यम से विश्व के बड़े देशों के सम्मुख भारत में आर्थिक विकास की संभावनाओं को शानदार तरीके से प्रस्तुत कर रहा है। साथ ही विश्व की बेहतरी आर्थिक समानता की जोरदार पैरवी कर रहा है।
ये संदेश बड़े देश ही नहीं बल्कि विकासशील देशों और आर्थिक रूप से कमजोर देशों को भी खूब भा रहा है। आने वाले दिनों में देश को इसका लाभ भी मिलने वाला है। कहा जा सकता है कि भारत विश्व नेता के तौर पर उभर रहा है। बहरहाल, देवभूमि उत्तराखंड को भी जी 20 की मेजबानी में होने वाले कुछ कार्यक्रम मिले हैं। राज्य में इसकोे लेकर खासा उत्साह है।
राज्य सरकार इसे खूब प्रचारित प्रसारित कर रही है। ताकि राज्य की धरोहर, संस्कृति और प्राकृतिक नजारों को प्रमोट किया जा सकें। राज्य के लिए ये बड़ा अवसर है। सरकारी सिस्टम जी 20 के उत्तराखंड में होने वाले कार्यक्रमों को सफल बनाने में जुटा हुआ है। क्या-क्या और कैसे-कैसे प्रमोट किया जाना इसका खूब अभ्यास किया जा रहा है।
राज्य के उच्च शिक्षण संस्थाओं में जी 20 के परिप्रेक्ष्य में नाना कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कुछ गवर्नमेंट डिग्री और पीजी कॉलेजों में हो रहे कार्यक्रम काफी स्तरीय भी हैं। इसके माध्यम से कॉलेज के छात्र/छात्राओं में इसको लेकर खासी जागरूकता देखी जा रही है।
कॉलेजों में जी 20 के परिप्रेक्ष्य में हो रहे कार्यक्रमों के माध्यम से जी 20 आम लोगों की जुबान तक पहुंच गया है। आम लोग इस पर चर्चा करने लगे और इसे और गहराई से समझने का प्रयास कर रहे हैं। योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश में जून में दो कार्यक्रम होने हैंं। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। विश्व फलक पर योग से पहचान बना चुकी तीर्थनगरी ऋषिकेश अब जी 20 के आयोजन के अधिकारिक नक्शे पर भी स्थान पाएगा।