पूर्व कैबिनेट मंत्री गांववासी ने की एम्स से तौबा, भर्ती होने बजाए घर लौटे

ऋषिकेश। पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी ने एम्स, ऋषिकेश से तौबा कर उपचार हेतु भर्ती होने के बजाए घट लौट आए। एम्स की अव्यवस्थाओं से खिन्न से गांववासी ने सक्षम मंच पर शिकायत करने की बात कही है।
रविवार को पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी ने एम्स में के अनुभव मीडिया से साझा किए। कहा कि तकलीफ होने पर परिजन उन्हें शनिवार सुबह देहरादून से एम्स लाए थे। यहां करीब आठ घंटे इमरजेंसी में रखा गया।
कहा कि उनका प्रॉपर चेक किया गया। सभी टेस्ट के बाद भी उन्हें आठ घंटे इमरजेंसी में रखा गया। शाम के समय उन्होंने प्राइवेट वार्ड में भर्ती करने का अनुरोध किया। मगर, उन्हें जनरल वार्ड में भेज दिया गया। यहां की व्यवस्थाएं उम्रदराज लोगों के लिए कतई ठीक नहीं थी।
उन्होंने अपनी सीटी स्कैन की रिपोर्ट मांगी। कहा गया 72 घंटे से पहले मिलना संभव नहीं है। वार्ड में तिमारदार के बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी। उनके साथ उनकी रिटायर्ड शिक्षिका पत्नी मुन्नी रावत थी।
गांववासी ने कहा कि जनरल वार्ड में आठ बजे तक उन्हें कंबल तक मुहैया नहीं कराया गया। उनकी सुध लेने पहुंचे भाजपा नेता ज्योति सजवाण और नगर निगम पार्षद राजेंद्र सिंह बिष्ट ने इसका विरोध भी दर्ज कराया।
गांववासी ने कहा कि ऐसे में उन्होंने एम्स में उपचार के लिए भर्ती होने के बजाए घर लौटना सही समझा। कहा कि एम्स पर लोगों का भरोसा है। अधिकांश डाक्टर भी अच्छे हैं। मगर, कुछ लोगों की एरोगेंसी से लोग स्वयं को प्रताड़ित महसूस करते हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एम्स में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर वो सक्षम स्तर के लिए लिखेंगे। इस मौके पर भाजपा नेता ज्योति सजवाण, पार्षद राजेंद्र बिष्ट, मुन्नी रावत आदि मौजूद थे।