उद्यमिता और उद्यमशीलता से साकार होगा आत्मनिर्भर भारत का सपनाः प्रो. सुरेखा डंगवाल

उद्यमिता और उद्यमशीलता से साकार होगा आत्मनिर्भर भारत का सपनाः प्रो. सुरेखा डंगवाल
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तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। आत्मनिर्भर भारत का सपना समाज में उद्यमिता और उद्यमशीलता से साकार होगा। इस दिशा में हो रहे प्रयासों का असर दिखने लगा है।

ये कहना है दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल का। प्रो. डंगवाल मंगलवार को दून वि वि के सेंटर ऑफ इनोवेशन, इनक्यूबेशन, एंटरप्रेन्योरशिप एंड इंडस्ट्रियल रिलेशंस (सीआईआईईआईआर) एवं छात्र कल्याण (डीएसडब्ल्यू) द्वारा सयुक्त रूप से आयोजित उद्यमिता विकास स्टार्ट-अप पर दो दिवसीय बूट कैंप के उदघाटन के मौके पर बोल रही थी।

कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि डिग्री के साथ यदि युवा कौशल से युक्त होगा तो जीवन में सफलता प्राप्त करना आसान होगा। ईडीआई के सहयोग से विश्वविद्यालय के छात्र को उद्धमिता के गुर सीखने का अवसर मिलेगा। कहा कि उद्यमिता के विकास से देश में औद्योगीकरण तेजी से बढ़ेगा जिस रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और इसी से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा क्योंकि भारत युवाओं का देश है और यदि प्रत्येक युवा कौशल से युक्त होगा तो उद्यमिता के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने में सक्षम होगा और इसी मंत्र से विकसित भारत का सपना साकार होगा।

अतिथियों का स्वागत करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर एचसी पुरोहित ने प्राकृतिक संसाधनों के इष्टतम उपयोग बल देते हुए कहां की सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्य को भारतीय जीवन पद्धति अपनाने से ही प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा स्टार्ट-अप के लिए उपलब्ध सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. सुधांशु जोशी ने बूट कैंप कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आईटीसी, प्रियागोल्ड, यूनिलीवर, हीरो मोटरकॉर्प जैसी विभिन्न कंपनियों के एमओयू के साथ ईडीआई गुजरात और सिडकुल हरिद्वार के साथ मिलकर समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों से इको-टूरिज्म इकोसिस्टम का विकास, उत्तराखंड में निष्पक्ष लिंग महिला उद्यमिता, मशरूम लेडी, स्मार्ट सिटी, शहरी नियोजन, रचनात्मक स्टार्टअप शुरू करने के लिए डिजाइन से जुड़े लोगों की आवश्यकता, हर्बल कल्याण पतंजलि उदाहरण, हस्तशिल्प कपड़ा कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्र, डीआईसी हस्तशिल्प, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग या इंटेलिजेंस अर्थव्यवस्था और मशीन लर्निंग, बायोटेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों में बहुत अधिक संभावनाएं हैं।
डॉ. अभिलाषा कन्नौजिया ने उद्यमिता केंद्रों के महत्व के बारे में अपने विचार साझा किये। भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद ईडीआई के विशेषज्ञ डॉ. सुमित कुमार ने सरकारी योजना देवभूमि उद्यमिता योजना के बारे में विस्तार से साझा की, जिसके तहत उन्होंने एक नया उद्यम स्थापित किया और अपने विचारों को स्वीकृति के लिए पेश करने के लिए एक नया स्टार्टअप और 2 दिवसीय बूट कैंप बनाया।

अगले सत्र में देवभूमि उद्यमी योजना के ईडीआई विशेषज्ञ श्री दीपक चौहान ने कहानियों के साथ बताया कि कैसे व्यवसाय में अवसरों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कैप्टन गोपीनाथ की कहानी भी बताई जो डेक्कन एयरवेज के मालिक हैं। और अंत में उन्होंने कहा कि आप अभी भी एक छात्र हैं, आपको अन्वेषण करना चाहिए, आपके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है और व्यवसाय शुरू करने का यह सबसे अच्छा समय है।

दूसरे दिन के बूट कैंप के शुरुआती सत्र की शुरुआत पिछले दिन के पुनर्कथन के साथ की गई। आज श्री रवि विभूति दून विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और कृषि-आधारित स्मार्ट स्टार्टअप, माउंटस्ट्राइब के सह-संस्थापक ने स्टार्ट-अप के बारे में अपना अनुभव साझा किया और बताया कि स्मार्ट तकनीकों के साथ अपना व्यवसाय कैसे बढ़ाया जाए।

अगले सत्र में ईडीआई विशेषज्ञ दीपक चौहान सर ने स्टार्ट-अप के लिए आइडिया कन्वर्जेंस और प्रोडक्ट मार्केट फिट के विषय में संबोधित किया उन्होंने छात्रों को नए विचारों के साथ प्रोत्साहित किया।  दीपक चौहान ने परिधान डिजाइन करने जैसी नवीन रणनीतियों वाले स्टार्टअप के विभिन्न उदाहरण साझा किए जो टी-शर्ट और शर्ट का रंग बदल सकते हैं। नए समाधानों के साथ विचार पेश कर छात्रों को प्रोत्साहित किया गया।

बूटकैंप का समापन सुश्री देवना जुयाल कंपनी सेक्रेट्री और सीएमए ने व्यावसायिक निवेश पर अपने विचार साझा किये और छात्रों को निवेश चुनने के बारे में जागरूक किया।

Tirth Chetna

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