देवप्रयाग में बन रहा मोटर पुल बना जी का जंजाल,एनएच ने शांता नदी को बनाया डंपिंग जोन
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। देवप्रयाग में श्री बदरीनाथ हाइवे पर शांता नदी पर बन रहा मोटर पुल से शहर के शांतिबाजार को खतरा पैदा हो गया है। एनएच की वजह से पैदा हुए इस खतरे को लेकर स्थानीय लोगों ने स्थानीय प्रशासन के साथ एनजीटी से भी शिकायत की है।
उल्लेखनीय है कि एनएच पर इस मोटर पुल के समरेखण में भेदभाव के आरोप भी लगते रहे हैं। मौके पर इसे देखा भी जा सकता है। अब मोटर पुल के निर्माण में एनएच का जौ रवैया है उससे देवप्रयाग नगर के शांतिबाजार क्षेत्र को खतरा पैदा हो गया है।
दरअसल, एनएच ने शांता नदी को डंपिंग जोन बना दिया है। शांत नगदी पूरी तरह मिटटी और पत्थरों से पट गई है। करीब तीन वर्ष पूर्व बादल फटने से शांत नदी उक्त क्षेत्र में तबाही मचा चुकी है। अब यहां हो रही डंपिंग से खतरा और बढ़ गया है।
स्थानीय लोगों के द्वारा इसको लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है। मगर, एनएच के स्तर से कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं। खतरे को लेकर स्थानीय लोगों पुलिस और जिला प्रशासन को भी पत्र भेजे हैं।
कहीं भी सुनवाई न होने से लोगों एनजीटी को भी ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में लोगों ने एनएच के करतूतों पर विस्तर से प्रकाश डाला है। बताया है कि कैसे एनएच पुल के निर्माण में मनमानी कर रहा है। शांता नदी को डंपिंग जोन बनाने से बड़ी आबादी के लिए खतरा पैदा किया जा रहा है।
ज्ञापन मंे लोनिवि के एनएच खंड के अधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की मांग की गई है। ज्ञापन में राज्य आंदोलनकारी विनोद टोडरिया, राजेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, हरिकृष्ण भटट, सतपाल सिंह, धु्रव सिंह, कुलदीप, सुशील चंद्र, डा. बीएस रावत, अव्वल सिंह, नरेश सिंह, जबर सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।