योग विज्ञान विभागः काम दिखता है और उपलब्धियां चार चांद लगाएंगी
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का ऋषिकेश परिसर आकार ले रहा है। विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए टीम यूनिवर्सिटी पूरी तरह से तैयार है। विभिन्न विभागों में नियुक्त प्राध्यापकों में कुछ खास करने का जज्बा साफ दिखता है।
हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com विश्वविद्यालय की बेहतरी को टीम यूनिवर्सिटी के प्रयासों में साथ है। पोर्टल विभिन्न विभागों की तैयारी, चुनौती और लक्ष्य को लेकर प्राध्यापकों से बातचीत का अभियान चला रहा है।
ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का योग विज्ञान विभाग विश्वविद्यालय की बेहतरी और नाम को आगे बढ़ाने में योगदान देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश के गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में स्ववित्त पोषित योग विज्ञान विभाग को उच्च शिक्षा विभाग ने भगवान भरोसे छोड़ दिया था। शासन में कभी इसकी एडवोकेसी नहीं हुई। परिणाम विश्वविद्यालय को भी ये विभाग ऐसे इसी स्थिति में मिला।
ये बात अलग है कि यहां काम कर रहे प्राध्यापक अपना हौसला बनाए रखने के साथ-साथ विभाग और विश्वविद्यालय की बेहतरी के काम में लगे हुए हैं। योग विज्ञान विभाग का काम दिखता भी है। योग विज्ञान विभाग के साथ पहले दिन से जुड़े डा. जय प्रकाश कंसवाल विभाग के प्रमुख हैं।
डा. कंसवाल, चंद्रेश्वरी नेगी, बीना रयाल और हिमानी नौटियाल का उत्साह देखते ही बनता है। डा. कंसवाल विस्तार से बताते हैं कि पीजी डिप्लोमा इन योगिक साइंस के साथ ही एमए योग/वैकल्पिक चिकित्सा का दो वर्षीय कोर्स संचालित हो रहा है। दो कोर्स की अच्छी डिमांड है। यहां से पास आउट हुए छात्र/छात्राएं सर्विस सेक्टर में अच्छा काम कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय की मंशा के मुताबिक बीए योग और योग में छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स डिजाइन किया गया है। टीम योग विज्ञान विभाग को उम्मीद है कि योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय योग को लीड करेगा।