सीआरसी गैंडखाल में विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण शुरू

गैंडखाल। सीआरसी गैंडखाल के अंतर्गत आने वाले स्कूलों की प्रबंधन समिति के सदस्यों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण जूनियर हाई स्कूल बिजनी बड़ी में शुरू हो गया।
पहले चरण के प्रशिक्षण में जूनियर हाई स्कूल बिजनी बड़ी के अलावा प्राथमिक विद्यालय बिजनी बड़ी, जूनियर हाईस्कूल और प्राथमिक विद्यालय नैल, प्राथमिक विद्यालय नौढ़, प्राथमिक विद्यालय सिगड्डी, प्राथमिक विद्यालय सिंधी तथा राजकीय हाई स्कूल सिगड्डी के विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, सचिव तथा अन्य सदस्यों के द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में विद्यालयों में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत प्रबंधन समिति के गठन उनके कार्य, दायित्वों के साथ-साथ नई शिक्षा नीति के अंतर्गत होने वाले बदलाव तथा विभाग और सरकार द्वारा बच्चों के लिए उपलब्ध कराई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा परिचर्चा की जाएगी।
दिवस के प्रथम सत्र में ग्रामसभा बिजनी बड़ी के प्रधान उदय सिंह, प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी प्रधानाचार्य आदर्श डबराल, संदर्भदाता शैलेंद्र कंडवाल एवं राजीव सुंद्रियाल, जेपी कुकरेती, अध्यक्ष जसवेन्द्र सिंह द्वारा मॉं सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया।
प्रधान उदय सिंह जी तथा प्रधानाध्यापिका श्रीमती रेखा देशवाल द्वारा उपस्थित सभी विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्यों का स्वागतकर एवं आभार व्यक्त किया गया। नोडल अधिकारी डबराल द्वारा अभिभावकों का विद्यालय के साथ संबंध तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास में अध्यापकों के साथ-साथ अभिभावकों की भूमिका पर, विस्तार से सदन के समूह चर्चा की गई। समन्वयक और संदर्भ दाता शैलेंद्र कण्डवाल द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदुओं पर एक रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
राजीव सुंद्रियाल द्वारा विद्यालय विकास में अभिभावकों की सहभागिता पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रशिक्षण हेतु निर्मित मॉड्यूल “आह्वान“ के निर्माण सदस्य के रूप में भूमिका निभाने वाले अध्यापक श्री जेपी कुकरेती जी द्वारा विद्यालय प्रबंधन समिति के गठन, बैठकों में अकादमिक पक्षों पर चर्चा तथा नई शिक्षा नीति के तहत अभिभावकों के उत्तरदायित्व पर विस्तार से बातों को सदन के समक्ष साझा किया गया।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण के प्रथम दिन शिक्षा का अधिकार अधिनियम व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख प्रावधान व इनमें एस०एम०सी० की भूमिका, बाल अधिकार व बाल संरक्षण, सामाजिक सहभागिता, एस०एम०सी-एस०एम०डी०सी का गठन तथा विद्यालय में बच्चों के नामांकन व ठहराव में एस०एम०सी की भूमिका पर विस्तार से संदर्भदाता श्री शैलेंद्र कंडवाल एवं राजीव सुंद्रियाल द्वारा सदन के सम्मुख चर्चा परिचर्चा करवाई गई।
आगामी दो दिवसों में पीएम पोषण योजना के संचालन, विद्यालय के वित्तीय प्रबंधन, विद्यालय में भौतिक संसाधनों की उपलब्धता, आपदा प्रबंधन, विद्यालय विकास योजना का निर्माण, विद्यालय प्रबंधन समितियों का अन्य विभागों से समन्वय के साथ-साथ संकुल के अलग-अलग विद्यालयों में एस०एम०सी०- एस०एम०डी०सी० के सहयोग से हो रहे विशिष्ट कार्यों पर भी चर्चा की जाएगी। प्रशिक्षण में राजकीय चिकित्सालय लक्ष्मणझूला के स्वास्थ्य दल द्वारा अभिभावकों के साथ बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी बातचीत की गई।
इस अवसर पर अध्यक्ष जसवेन्द्र सिंह, उप-प्रधान बलवंत सिंह, मंगल सिंह, सुरेंद्र सिंह, श्रीमती अंजली देवी, श्रीमती कुसुमा देवी, श्रीमती पवित्रा देवी, ( जू०हा०स्कू०बिजनी बड़ी) कृष्णा सिंह, सुरेंद्र सिंह (सिगड्डी), अरविंद कुमार, श्रीमती विश्वेश्वरी देवी (सिगड्डी), श्रीमती सुनीता राणा, श्रीमती कलावती देवी (नैल), श्रीमती सारती चौहान, श्रीमती राखी देवी (बिजनी बड़ी) श्रीमती लीलावती, गौतम पयाल (नैल), सुनील दत्त, श्रीमती मीनाक्षी देवी (नौढ़) के साथ-साथ सभी विद्यालयों के प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित थे।