श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह संपन्न
तीन शिक्षा सत्र के 180 टॉपर विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से नवाजा गया
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह में संपन्न हो गया। दीक्षांत समारोह में तीन शिक्षा सत्र के 180 टॉपर छात्र/छात्राओं को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।
बुधवार को एक प्राइवेट इंस्टीटयूट में आयोजित दीक्षांत समारोह में तीन शिक्षा सत्र के 40396 छात्र/छात्राओं को उपाधियों से नवाजा गया। तृतीय दीक्षान्त समारोह में कुलाधिपति/राज्यपाल ले0ज0 जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि हमारे मनीषियों ने कहा कि दुर्लभ भारते जन्म अर्थात भारतभूमि पर जन्म लेना दुर्लभ है।
भारतवर्ष की इस पवित्र भूमि से ऋषि मुनियां और अनगिनत महापुरूषों ने विश्व कल्याण का संदेश दिया और इस धरती को सम्पन्न बनाया है। अनेक धर्मो, भाषाओं, वर्गो, रीति रिवाजों को फलने फूलने का भरपूर अवसर दिया है। भारत की इस महानसंस्कृति में शांति, एकता, बंधुत्व, अध्यात्म एवं समन्वय के गहरे मूल्य समाये हैं।
कहा कि उत्तराखण्ड की सैन्य परम्पराऔर वीरता का भी एक गौरवशाली इतिहास है जो हमें गर्व और स्वाभियान के साथ देश सेवा करने की प्रेरणा देता है। इसी परम्परा में शहीद श्रीदेव सुमन का भी नाम आता है। उन्होने मात्र 28 वर्ष की आयु में नागरिक अधिकारों, समाजिक न्याय एवं स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिये संघर्ष करते हुए अपने सिद्धान्तों एवं जीवन मूल्यों से समझौता किये बिना अपने प्राणों की आहुति दी। हमें गर्व है कि इस विश्वविद्यालयका नाम ऐसे महान क्रान्तिकारी और अमर बलिदानी के साथ जुडा हुआ है।
उन्हांने कहा कि प्रत्येक नागरिक को देश सेवा के लिये सदैव तत्पर रहना चाहिए। उन्होने उपाधि धारकों को दीक्षा देते हुये कहा कि जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज तथा देश की सेवा के लिये हमेशा संकल्पबद्ध रहना चाहिए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने कहा कि श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षान्त समारोह में कुछ बातों का उल्लेख करना आवश्यक है । यह विश्वविद्यालय अमर शहीद श्रीदेवसुमन जी के नाम पर स्थापित है इसलिये हमारी पहली जिम्मेदारी तो यही है कि उस महान व्यक्तित्व का जीवन दर्शन हमारा प्रथम मार्गदर्शी सिद्धान्त होना चाहिए।
उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार नयी शिक्षा नीति 2020 को लेकार बेहद गम्भीरता से कार्य कर रही है। अगामी दिनों में नयी शिक्षा नीति सुनियोजित -सजयंग से क्रियान्वित किया जायेगा। इसके लिये सरकार ने स्पष्ट निदेश जारी किये हैं।
प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय अपने स्तर से भी तैयारी कर रहे हैं। उन्होने बताया कि प्रदेश में आनलाईन अध्यापन एवं छात्र छात्राओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये प्रदेश सरकार द्वारा 041 लाख से अधिक छात्र छात्राओं को टैबलेट वितरित किये गये हैं।
उन्होने कहा कि उपाधि धारकों को देश की उन्नति में योगदान देने के लिये सदैव अग्रसर रहना चाहिए तथा देश, प्रदेश के साथ समाज के लिये
प्रेरणादायी कार्य करने की ललक प्रत्येक उपाधि घारक में होनी चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 पीताम्बर प्रसाद ध्यानी ने कहा कि सभी उपाधि पाने वाले युवाओं को, दीक्षान्त समारोह के इस शुभ अवसर पर, अपनीहार्दिक शुभकामनायें दी और बधाई दी।
कहा कि मुश्किल की परिस्थिति में शांति से काम लें और भविष्य में आने वाली किसी भी विपरीत परिस्थिति को चुनौती के रूप में स्वीकार करें, उसको असवर में बदलें। कार्यक्रम में विद्या परिषद, कार्य परिषद के सदस्य, विभिन्न राजकीयमहाविद्यालयों के प्राचार्य/ प्राचार्या, स्ववित्त पोषित संस्थानों के अध्यक्ष/निदेशकों के साथ ही विभिन्न गणमान्य व्यक्ति तथाविश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो0 एच0सी0पुरोहित द्वारा किया।
विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह के बाद विश्वविद्यालय द्वारा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने दीक्षान्त समारोह जीरो बजट के तहत आयोजित किया।यह अपने आप में एक इतिहास है तथा इस प्रकार के आयोजनों से न केवल धन की बचत होती ब्लकि यह अपने आप में एक प्रेरणादायक भी है।