प्रो. सीडी सूंठा का एक बैंकर्स से उच्च शिक्षा निदेशक तक का सफर

नई शिक्षा नीति 2020 के आलोक में क्वालिटी एजुकेशन पर होगा फोकस
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। एक बैंकर्स के रूप में करियर की शुरूआत करने वाले प्रो. सीडी सूंठा अब राज्य के उच्च शिक्षा के निदेशक हैं। उनके पास देश, काल और परिस्थितियों को समझने की एक बैंकर्स जैसे बारीक नजर है। हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com से उन्होंने उच्च शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुददों पर विस्तर से बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश।
अभिवादन- सर बधाई।
जवाब- धन्यवाद।
सवाल- उच्च शिक्षा के लिए आपकी प्राथमिकताएं क्या रहने वाली हैं।
जवाब-नई शिक्षा नीति 2020 को प्रभावी ढंग से लागू करना। इसके आलोक में कॉलेजों में क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस होगा। कॉलेजों में प्रिंसिपल और फैकल्टी में लीडरशिप डेवलेपमेंट पर गौर किया जाएगा। राज्य के उन विश्वविद्यालयों के कॉर्डिनेशन बनाया जाएगा जिनसे कॉलेज संबद्ध हैं। ताकि उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए सामूहिक प्रयासों से आगे बढ़ा जा सकें।
सवाल- गढ़वाल मंडल में स्थित गवर्नमेंट कॉलेजों में करीब एक दशक से शोध कार्य ठप हैं।
जवाब- ये समस्या किसी एक क्षेत्र की नहीं है। संसाधनों का आभाव वजह है। इसे दूर किया जाएगा ताकि विभिन्न विश्वविद्यालयों से संबंध गवर्नमेंट कॉलेजों में भी शोध गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकें।
सवाल- गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेजों में तमाम इत्तर कार्यक्रमों से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जवाब- नहीं, नहीं ऐसा नहीं है। दरअसल, छात्र/छात्राओं को किताबी ज्ञान से इत्तर समाज की तमाम व्यवस्थाओं से जोड़ने होलस्टिक डेवलेपमेंट को प्रमोट करने हेतु गतिविधियां बढ़ाई गई हैं। इसके अच्छे परिणाम भी मिलेंगे।
सवाल- सर अब बैंकर्स भी रहे हैं।
जवाब- हंसते हुए। हां, हां मैने करियर की शुरूआत बैंक की नौकरी से की थी। लिखने-पढ़ने मंे अधिक रूचि थी। मौका मिला तो हायर एजुकेशन में आ गया।
सवाल- आप बैंकर्स रहे हैं अब उच्च शिक्षा को इसका लाभ मिलेगा।
जवाब- जी हर तरह से बेहतर करने के प्रयास होंगे।