अंकिता की हत्या की वजह बनें वीआईपी का नाम हो उजागर

युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 13 वें दिन भी जारी
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए बार-त्योहार में भी आंदोलन जारी है। आंदोलनकारियों ने वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग की।
म्ंगलवार को युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 13वें दिन जारी रहा। धरना धरना स्थल पर वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अंकिता हत्याकांड में छुपे वीआईपी के नामों को उजागर करने व विधानसभा भर्ती घोटाले के मुख्य दोषी प्रेमचन्द अग्रवाल सहित अन्य लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाए।
आंदोलनकारी जितार सिंह बिष्ट ने कहा कि आज हमारे धरने का 13वां दिन है फिर भी सरकार के कानों में अभी तक जू तक भी नहीं पहुंची अगर सरकार हमें कमजोर समझ रही हैं तो यह सरकार की भूल है हम उत्तराखंड निर्माण सेनानी हैं हम अपनी बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे।
रामेश्वरी चौहान ने कहा कि त्योहार के दिनों में भी हम अपनी बेटी व युवाओं को न्याय दिलाने की माँग को लेकर धरने पर बैठे हैं और सरकार मूक दर्शक बनकर बैठी है जोकि दिखाता है कि सरकार कितनी संवेदनशील है उत्तराखण्ड के लोगों के प्रति । सरकार कहीं ना कहीं इन सबसे भागने का काम कर रही है और इससे स्पष्ट होता है कि सरकार दोषियों को बचाने का काम कर रही है ।
धरने में भगवती देवी चमोली, रामेश्वरी चौहान, सुमिता बिष्ट, अमरा बिष्ट, जया डोभाल, हेमा रावत, सन्नी प्रजापति, संजय सिलस्वाल, प्रवीण जाटव, सूरज कुकरेती, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, विनोद रतूड़ी, सुरेश नेगी, विक्रम भंडारी, उमेद सिंह बिष्ट, अनिल रयाल, युद्धवीर सिंह, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, भरत सिंह नेगी, श्रीपाल ठाकुर, राजेंद्र तिवाड़ी आदि मौजूद रहे।