… और नेता जी के समर्थकों की फूलने लगी हैं सांसे
देहरादून। कल तक 2022 के चुनाव को नेता जी के लिए आसान बता रहे समर्थकों की अब सांसे फूलने लगी हैं। चुनावी साल में लोगों के सवालों से नेता जी और समर्थक परेशान हैं।
राज्य के कई सिटिंग विधायकों को 2022 का चुनाव खासा आसान लग रहा था। उन्हें नारों और लागातार कार्यक्रमों पर भरोसा था। बीच-बीच में विकास की घोषणाएं उनके फिर से जीतने की रहा का आसान बनाती भी महसूस हो रही थी। मगर, अब हालात तेजी से बदल रहे हैं। धरातल पर स्थिति कतई आसान नहीं है।
कल तक नेताओं के खास समर्थक और यूं कहें कि विधायक की छाया बनकर घूमने वालों को नेता जी के लिए 2022 का चुनाव आसान लग रहा था। मगर, अब उक्त खास समर्थक क्षेत्र के राजनीतिक समीकरणों से जुड़ी तकनीकी बातें करने लगे हैं।
ऐसी बातें करते हुए उनके चेहरों के हाव भाव काफी कुछ बयां कर रहे हैं। स्पष्ट हो रहा है कि 2022 का विधानसभा का चुनाव मुश्किल होने लगा है। कहा जा सकता है कि नेता जी के खास समर्थकों की सांसे भी अब फूलने लगी हैं।
खास समर्थक काफी कुछ हकीकत भी धीरे-धीरे बोल कोई सुनना ले की तर्ज पर बताने लगे हैं।
दरअसल, आम लोग तमाम सवाल मुंह के सामने करने लगे हैं। नाकामियों को गिना रहे हैं। 2017 में व्यक्तिगत तौर पर किए गए वादों की याद दिला रहे हैं। खास बात ये है कि इस बार लोग नारों पर भी गौर करने को तैयार नहीं है। यही बातेंं नेताओं की मुश्किलें बढ़ा रही हैं।