डॉल्फिन इंस्टीटयूट में वर्ल्ड वैटलैंंडस डे पर वेबिनार
देहरादून। डॉल्फिन (पी0जी0) इन्स्टि्टयूट ऑफ बायोमेडिकल एण्ड् नेचुरल साइन्सेज, में ‘वर्ल्ड वैटलैन्ड्स डे’ पर आयोजित के वेबिनार में वैटलैंडस के संरक्षण और संवर्द्धन पर जो दिया गया। साथ ही सिमटते वैटलैंडस से प्रभावित हो रहे पर्यावरण पर भी चिंता व्यक्त की गई।
डॉल्फिन (पी0जी0) इन्स्टि्टयूट ऑफ बायोमेडिकल एण्ड् नेचुरल साइन्सेज, के जंतु विज्ञान विभाग के बैनर तले प्रोटेकशन ऑफ वैटलैंड्स एण्ड् आईपीआर ईशूस“ पर एक दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के वेबिनार का आयोजन किया।
इस अवसर पर तीन प्रख्यात वकताओं ने आईपीआर और वैटलैंड्स से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर अपने व्याख्यान दिये। इस वेबिनार की आयोजन सचिव और जन्तु विज्ञान की प्रमुख डॉ0 बीना जोशी भट्ट ने प्रतिभागियों को ‘वर्ल्डद वैटलैंड्स डे’ के बारे में जानकारी दी।
डॉ0 शारदा कोसानकर, वरिष्ठ वैज्ञानिक ईबीजीडी, सीएसआईआर, नीरी, नागपुर ने भारत में वैटलैन्ड्स के संरक्षण के लिये पर्यावरण कानूनों पर अपनी बात रखी।
सुश्री पल्लवी कदम, संस्थापक आई0पी0 एडवन्चर एलएलपी ने जलवायु परिवर्तन आईपी मुद्दे और चुनौतियों विषय पर अपनी बात रखी और आई0सी0ए0आर0आई0आई0एस0डब्ल्यू0सी0, के प्रधान वैज्ञानिक डॉ0मुरूगानंदम ने वैटलैन्ड्स और मछली संसाधनों के संरक्षण के लिये उनके महत्व पर अपना व्याख्यान दिया। वेबिनार में देश विदेश के प्रतिभागियों ने भाग लिया। वेबिनार का संचालन डॉ. दीपाली राणा ने किया।