चारधाम यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर पर्यटन व्यवसायियों ने दिया धरना
हरिद्वार। चारधाम यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर पर्यटन व्यवसायियों ने संयुक्त मोर्चा पर्यटन उद्योग के बैनर तले पर्यटन कार्यालय के समक्ष धरना दिया। धरने के दौरान पर्यटन व्यवसायियों ने एक सप्ताह में यात्रा शुरू नहीं होने पर चुनाव में भाजपा का विरोध करने तथा आत्मदाह की चेतावनी भी दी। धरने को संबोधित करते हुए अभिषेक अहलूवालिया ने कहा कि उत्तराखण्ड पूरी तरह धार्मिक पर्यटन पर आश्रित हैं। लेकिन लगातार दो साल से चारधाम यात्रा पर रोक के चलते प्रदेश के पर्यटन व्यवसायी गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
हजारों वाहन स्वामी, ड्राईवर, होटल मालिक यात्रा पर रोक के चलते खाली बैठे हैं। बार बार मांग करने के बावजूद सरकार चारधाम यात्रा संचालित नहीं कर रही है। अगले वर्ष होने वाले चुनाव को देखते हुए प्रदेश में चुनावी सभाएं हो रही हैं। लेकिन चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी गयी है। उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह में सरकार चारधाम यात्रा शुरू नहीं करती है तो आंदोलन को तेज करते हुए चुनावों में भाजपा का विरोध किया जाएगा। संजय शर्मा व बंटी भाटिया ने कहा कि दो साल से गाडिय़ां खड़ी हैं। यात्रा नहीं चलने से मोटर मालिक व चालक दोनों घर का खर्च चलाने व बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं दे पा रहे हैं। पर्यटन व्यवसायी बार बार राहत की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार आंखे मूंदे बैठी है।
चारधाम यात्रा को लेकर कोर्ट में ठीक से पैरवी भी नहीं की जा रही है। सरकार पर्यटन व्यवसायियों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है। धरना देने वालों में दीपक भल्ला, विजय शुक्ला, सुनील जायसवाल, इकबाल सिंह, राजेश वोहरा, संजय नैथानी, हरीश भाटिया, संजय शर्मा, जितेंद्र, मनोज भारद्वाज, चन्द्रमोहन शर्मा, राजीव अग्रवाल, पंकज गुप्ता, महेश सैनी, चन्द्र कोठारी, अमित सक्सेना, धर्मपाल नेगी, घनश्याम, नरेश रावत, ऋषि, चंद्रकांत कोठारी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।