क्या तीरथ सिंह रावत का टिकट काटेगी भाजपा ?
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तीर्थ चेतना न्यूज
पौड़ी। आसन्न लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांच में से दो-तीन सीटों पर भाजपा नए चेहरे उतार सकती है। इस प्रकार की चर्चा में पहली सीट पौड़ी लोकसभा सीट बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा केंद्र की सत्ता में हैट्रिक जमाना चाहती है। इसमें कोई कोर कसर न रह जाए इसके लिए पार्टी संगठन हर स्तर पर काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि देश भर में पार्टी 100 से अधिक मौजूदा सांसदों का टिकट काटने की तैयारी कर चुकी है।
उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पिछले दो चुनाव से भाजपा के पास हैं। इस बार दो-तीन सीट पर पार्टी नए चेहरों को मौका देने की चर्चा है। 2019 में भी पार्टी ने पौड़ी और नैनीताल सीट पर नए चेहरे उतारे थे। पौड़ी से तीरथ सिंह रावत और नैनीताल से अजय भटट को टिकट दिया गया था। दोनों मोदी लहर में सवार होकर अच्छे अंतर से चुनाव जीते।
इन पांच सालों में अजय भटट केंद्र में मंत्री बनें और तीरथ सिंह रावत कुछ माह के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री। बहरहाल, जिन दो-तीन सीटों के मौजूदा सांसदों के टिकट कटने की चर्चा है उसमें पौड़ी भी शामिल है।
भाजपा के अंदरखाने चर्चा है कि पौड़ी से पार्टी अनिल बलूनी को चुनाव मैदान में उतार सकती है। राज्यसभा सांसद रहते बलूनी की सधी हुई राजनीतिक कोशिशों से भी ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है। पौड़ी सीट के 14 विधानसभा क्षेत्रों में उनका खास फोकस भी रहा है।
बहरहाल, भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता तीरथ सिंह रावत का विधायकी का टिकट पार्टी ने 2017 में उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते ही काट दिया था। टिकट कटने पर रावत पार्टी से सवाल करने के बजाए काम में जुट गए। पार्टी ने 2019 में उन्हें लोकसभा का टिकट दिया और कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री भी बनाया।
लोकसभा क्षेत्र में सक्रियता से लेकर आम जन के बीच इमेज की बात करें तो तीरथ सिंह रावत भाजपा के पांचों सांसदों में सबसे बेहतर हैं। पार्टी और पार्टी के बाहर भी राजनीतिक तौर पर तीरथ निर्विवाद हैं। देखने और महसूस होने वाले तमाम मानकों पर तो तीरथ खरे उतरते हैं। ऐसे में पार्टी उनका टिकट स्ट्रेटजी के नाम पर ही काट सकती है। हांलाकि अभी ये सिर्फ चर्चाएं हैं। मौजूदा भाजपा में चर्चाएं हमेशा गलत साबित होती रही हैं।