गवर्नमेंट पीजी कॉलेज नई टिहरी में साइंटिफिक पेपर राइटिंग पर कार्यशाला

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज नई टिहरी में साइंटिफिक पेपर राइटिंग पर कार्यशाला
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विशेषज्ञों ने तकनीकी बातों पर प्रकाश डाला

तीर्थ चेतना न्यूज

नई टिहरी। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, नई टिहरी में साइंटिफिक पेपर राइटिंग पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने इससे जड़ी तकनीकी बातों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के भौतिक विज्ञान विभाग, गणित विभाग एवं आई क्यू ए सी द्वारा संयुक्त रूप से यूकॉस्ट के वित्तीय सहयोग से साइंटिफिक पेपर राइटिंग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में प्रोफेसर आर सी रमोला, प्रोफेसर कुलदीप रावत, डॉ अजय सेमल्टी ,डॉ आलोक सागर गौतम एवं डॉ आशीष रतूड़ी जी ने विशेषज्ञ रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रतिभाग किया।

कार्यशाला का शुभारंभ सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वल्लित कर किया गया, महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ संजीव नेगी ने सभी रिसोर्स पर्सन एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया तत्पश्चात यू कोस्ट के जिला प्रभारी डॉ गुरुपद गुसाईं ने कार्यशाला के बारे में संक्षेप में जानकारी दी।

मुख्य वक्ता प्रोफेसर आर सी रमोला जी ने रिसर्च राइटिंग ऑफ एन इफेक्टिव रिसर्च पेपर विषय पर अपना व्यख्यान दिया। बताया कि क्यों रिसर्च बहुत आवश्यक है और ऐसी क्या बातें हैं जिनका हमें ध्यान रखना चाहिए एक अच्छे रिसर्च पेपर को लिखने के लिएद्य प्रोफेसर रमोला जी के वक्तव्य के बाद कई शोधार्थियों एवं प्राध्यापकों ने प्रोफेसर रमोला से अपनी रिसर्च में आने वाली कठिनाइयों के बारे में प्रश्न किए।

प्रोफेसर कुलदीप सिंह रावत जी ने सभा को संबोधित करते हुए यह इच्छा जताई कि महाविद्यालय इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन कराते रहें , तत्पश्चात डॉ अजय सेमल्टी जी ने अपने व्याख्यान में जर्नल टार्गेटिंग एवं अवॉइडिंग रिजेक्शन विषय पर अपना व्याख्यान दिया, डॉ सेमल्टी ने अपने व्याख्यान में इस बात पर फोकस किया कि हमे प्रयाश करना चाहिए कि हम जब भी हम अपने पेपर को प्रकाशित कराएं तो सबसे पहले जर्नल को जरूर चेक कर लें और कोशिस करें कि क्वालिटी पर ध्यान दे।

 आलोक सागर गौतम जी ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया डॉ आलोक ने अपने व्याख्यान में हिमालयी प्रदेश में रिसर्च के स्कोप के बारे में चर्चा की साथ ही डॉ आलोक ने इस बात पर भी जोर दिया कि हमारी रिसर्च सोसाइटी के लिए कैसे लाभदायक हो सकती है, तत्पश्चात डॉ आशीष रतूड़ी जी ने व्यख्यान प्रस्तुत किया। कार्यशाला का संचालन डॉ पूजा भंडारी एवं डॉ मणिकांत शाह द्वारा किया गया।

कार्यशाला आयोजन समिति के सदस्यों,डॉ राजकुमार त्यागी, डॉ संदीप बहुगुणा , सुभाष चंद्र नौटियाल, अजय बहुगुणा जी ने सभी का आभार व्यक्त किया एवं आगे भी इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन के लिए संकल्प एवं प्रयासरत रहने की इच्छा जताई।

कार्यशाला में महाविद्यालय के ही शिक्षकों डॉ पुष्पा पंवार ,सुश्री ममता रावत, डॉ वी पी सेमवाल, डॉ पी सी पैन्यूली, डॉ डी एस तोपवाल,डॉ बी डी एस नेगी,श्री सोबन सिंह, डॉ निशांत भट्ट, डॉ आरती खंडूरी, श्रीमती साक्षी शुक्ला, डॉ रजनी गुसाईं ,डॉ आशा डोभाल, श्रीमती पुष्पा कुमारी, डॉ सुशील ककड़ियाल,डॉ रश्मि ,डॉ जयेंद्र सजवाण, डॉ कामिनी पुरोहित, एवं , डॉ हेमलता बिष्ट, हंसराज बिष्ट एवं एम एस सी के छात्र छात्राएं एवं हरीश मोहन नेगी जी उपस्थित रहे ।

Tirth Chetna

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