राष्ट्रपति के स्वागत के लिए संगम नगरी तैयार,राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे अगवानी
प्रयागराज। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के स्वागत के लिए संगम नगरी तैयार है। शनिवार को राष्ट्रपति के शहर में लगभग 6 घंटे के प्रवास को देख उनके कार्यक्रम स्थलों पर किलेबंदी की गई है। शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था को अन्तिम रूप दे दिया गया। शहर में राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर उनके आने—जाने वाले मार्ग पर रूट डायवर्जन कर दिया गया है। इसका पालन कड़ाई से किया जा रहा है।
4000 से ज्यादा जवानों को राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात किया गया है। इसमें पांच पुलिस अधीक्षक, आठ अपर पुलिस अधीक्षक, 36 डिप्टी एसपी, 88 इंस्पेक्टर, 346 सब इंस्पेक्टर, 1790 हेड कांस्टेबल, 14 महिला दरोगा, 138 महिला सिपाही, चार कंपनी पीएसी, एक कंपनी आईटीबीपी, ट्रैफिक इंसपेक्टर आठ, 55 ट्रैफिक उपनिरीक्षक, 200 ट्रैफिक हेड कांस्टेबल, 350 ट्रैफिक पुलिस शामिल है। शहर में इंटेलिजेंस और स्थानीय खुफिया इकाई ने अपना जाल बिछा दिया है। एटीएस की टीम ने भी अपने सुरक्षा प्वांइट पर मोर्चा संभाल लिया है। जिलाधिकारी और एसएसपी लगातार सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखे हुए है।
राष्ट्रपति के नगर में मौजूदगी को देख उनके स्वास्थ्य के लिए इमरजेंसी में चिकित्सा के लिए व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। एमएलएन मेडिकल कॉलेज के एसआरएन अस्पताल के सभी दस प्राइवेट रूम आरक्षित किए गए हैं। एक कमरे में राष्ट्रपति, फिर चीफ जस्टिस, राज्यपाल, मुख्यमंत्री के लिए एक से चार नंबर के कमरों को हाईटेक वार्ड का रूप दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नानक सरन पूरे दिन व्यवस्था में जुटे रहे।
संगम नगरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्वागत के लिए प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मौजूद रहेंगे। उनके साथ प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक भी रहेंगे। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण और केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजजू की खास मौजूदगी रहेगी। राष्ट्रपति हाईकोर्ट में आयोजित कार्यक्रम में ही शिरकत करेंगे। जिला प्रशासन को मिले प्रोटोकाल में हाईकोर्ट के अलावा उनके कहीं और जाने का कार्यक्रम नहीं है।
राष्ट्रपति विशेष विमान से मध्य वायु कमान मुख्यालय में उतरेंगे। वहां से वह हेलीकॉप्टर द्वारा पोलो ग्राउंड पहुंचेंगे। पोलो ग्राउंड से सड़क मार्ग द्वारा वह पहले सर्किट हाउस जाएंगे। वहां कुछ देर रुकने के बाद वह सीधे हाईकोर्ट पहुंचेंगे। हाई कोर्ट परिसर में करीब 400 लोगों की क्षमता का वाटर प्रूफ टेंट तैयार है। इसमें न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिवक्ता और प्रशासनिक अधिकारी भाग लेंगे। कार्यक्रम स्थल से ही हाई कोर्ट की 12 मंजिला इमारत और झलवा में बनने वाली नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का शिलान्यास राष्ट्रपति करेंगे।